earth day essay in hindi wikipedia

45,000+ students realised their study abroad dream with us. Take the first step today

Here’s your new year gift, one app for all your, study abroad needs, start your journey, track your progress, grow with the community and so much more.

earth day essay in hindi wikipedia

Verification Code

An OTP has been sent to your registered mobile no. Please verify

earth day essay in hindi wikipedia

Thanks for your comment !

Our team will review it before it's shown to our readers.

earth day essay in hindi wikipedia

  • Trending Events /

Earth Day Essay in Hindi : स्कूल में ऐसे लिखें विश्व पृथ्वी दिवस पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध

earth day essay in hindi wikipedia

  • Updated on  
  • अप्रैल 22, 2024

Earth Day Essay in Hindi

पृथ्वी दिवस पहली बार 22 अप्रैल 1970 को पर्यावरण कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा मनाया गया था। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण को लेकर जागरूक करना है। यह दिवस World earth day 2024 पहली बार शांति कार्यकर्ता जॉन मैककोनेल द्वारा प्रस्तावित किया गया था और संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन द्वारा इसे और लोकप्रिय बनाया गया था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इस ब्लॉग में आपको 100, 200 और 500 शब्दों में विश्व पृथ्वी दिवस (Earth Day Essay in Hindi) पर निबंध पढ़ने को मिलेंगे।

This Blog Includes:

विश्व पृथ्वी दिवस क्या है, विश्व पृथ्वी दिवस पर 100 शब्दों में निबंध, विश्व पृथ्वी दिवस पर 200 शब्दों में निबंध, विश्व पृथ्वी दिवस, विश्व पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत कब से हुई, विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व, हमारे सामने आने वाली चुनौतियाँ, विश्व पृथ्वी दिवस से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें, हम क्या कर सकते हैं, विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध कैसे तैयार करें , विश्व पृथ्वी दिवस पर 10 लाइन्स.

इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारी पृथ्वी कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रही है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका हमें समाधान करने की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन शायद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण हीटवेव, सूखा और बाढ़ जैसी मौसम की घटनाएं अधिक बार और गंभीर हो रही हैं। इन घटनाओं का इकोसिस्टम और उन पर निर्भर समुदायों पर गलत प्रभाव पड़ता है।

प्रदूषण भी एक बड़ी चिंता का विषय है। हमारे महासागर, वायु और मिट्टी सभी प्रदूषण से प्रभावित हैं, जो वन्यजीवन और मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एकल-उपयोग प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है। इन्ही सभी चीजों के कारण विश्वभर में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। 

यह भी पढ़ें – April Important Days in Hindi : यहाँ देखिए अप्रैल 2024 के महत्वपूर्ण दिनों की पूरी लिस्ट

Earth Day Essay in Hindi 100 शब्दों में कुछ इस प्रकार है : 

हमारी पृथ्वी को प्रदूषण और वनों की कटाई जैसी चीज़ों से बचाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को एक अरब से अधिक लोग पृथ्वी दिवस (World earth day 2024) मनाते हैं। कूड़े को उठाने और पेड़ लगाने जैसी गतिविधियों में भाग लेकर, हम अपनी पृथ्वी को रहने के लिए एक खुशहाल, स्वस्थ जगह बना सकते हैं और इस दिन को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी जब विस्कॉन्सिन के एक संयुक्त राज्य सीनेटर ने पर्यावरण संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रीय प्रदर्शन का आयोजन किया था। पूरे देश में रैलियाँ हुईं और साल के अंत तक अमेरिकी सरकार ने पर्यावरण संरक्षण एजेंसी बनाई थी। 1990 तक, पृथ्वी दिवस दुनिया भर के 140 से अधिक देशों द्वारा मनाया जाने वाला एक कार्यक्रम बन चुका था।

विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध

यह भी पढ़ें : Facts About Earth in Hindi : जानिए पृथ्वी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

Earth Day Essay in Hindi 200 शब्दों में कुछ इस प्रकार है :

पृथ्वी दिवस (World earth day 2024) हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन 1970 में शुरू हुए आधुनिक पर्यावरण आंदोलन की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस की स्थापना प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता के नुकसान जैसे कुछ पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए की गई थी। तब से हर साल विश्व स्तर पर पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों को पर्यावरण की देखभाल करने के लिए प्रेरित करता है। 

इस दिन माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को प्रकृति के महत्व के बारे में पढ़ाना शुरू करना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि उनके कार्य पर्यावरण को कैसे मदद या नुकसान पहुंचा सकते हैं। भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को सुरक्षित करने के लिए छोटे बच्चों को पेड़ लगाने और उन्हें प्रकृति से जुड़ाव महसूस करने के लिए प्रेरित करने जैसी गतिविधियों में शामिल करना महत्वपूर्ण है।

पृथ्वी दिवस बच्चों को पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण खतरों के बारे में सिखाता है, जैसे पर्यावरण में बदलाव, प्राकृतिक संसाधनों का प्रत्यक्ष दोहन, भूजल दोहन (Direct Exploitation, Groundwater Exploitation ) और अत्यधिक मछली पकड़ना। इसके अलावा पृथ्वी दिवस बच्चों को दैनिक कार्यों की जिम्मेदारी लेना भी सिखाता है जो पर्यावरण की बेहतरी के लिए बदलाव लाने में मदद करते हैं। लाइट बंद करना, रीसाइकलिंग, री यूज, खाद बनाना और पौधे लगाने में उनकी मदद करना जैसे सरल कार्य बच्चों को बदलाव लाने का मौका देते हैं।

इस प्रकार, पृथ्वी दिवस (World earth day 2024 ) बुजुर्गों के बीच पर्यावरण जागरूकता को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ बच्चों को पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के बारे में सिखाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। यह भविष्य के लिए पर्यावरण की सक्रिय भागीदारी, सुरक्षा और संरक्षण के लिए दोनों पीढ़ियों में जिम्मेदारी और प्रेरणा की भावना पैदा करता है।

यह भी पढ़ें : पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है? जानिए क्या हैं पृथ्वी दिवस मनाए जाने के कारण और इसका महत्व और इतिहास 

विश्व पृथ्वी दिवस पर 500 शब्दों में निबंध

Earth Day Essay in Hindi 500 शब्दों में कुछ इस प्रकार है : 

हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोग पृथ्वी दिवस मनाते हैं। हम सभी पृथ्वी को एक बेहतर जगह बनाने के लिए कचरा उठाना और पेड़ लगाना जैसे काम करते हैं। पृथ्वी दिवस एक विशेष दिन है जब हम याद करते हैं कि हमारे ग्रह की देखभाल करना कितना महत्वपूर्ण है। यह दिवस हमारी पृथ्वी को प्रदूषण और वनों की कटाई जैसी चीजों से बचाने के लिए लोगों को जागरूक करता है। 

विश्व पृथ्वी दिवस एक ऐसा दिन है जब दुनिया भर के लोग ग्रह का जश्न मनाने और हमारे सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक साथ आते हैं। यह ग्रह पर हमारे प्रभाव को प्रतिबिंबित करने और कार्बन को कम करने के लिए कार्रवाई करने का एक अवसर है।

विश्व पृथ्वी दिवस पहली बार 22 अप्रैल 1970 में मनाया गया था। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1970 से हुई जिसका उद्देश्य  हमारे ग्रह की रक्षा करने और इसे सभी लोगों और जानवरों के रहने के लिए एक अच्छी जगह बनाने में मदद करना है। 

Earth Day Essay in Hindi का महत्व कुछ इस प्रकार है : 

  • विश्व पृथ्वी दिवस पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है। 
  • यह दिवस व्यक्तियों, संगठनों और सरकारों को हमारे ग्रह की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता  है।
  • पृथ्वी दिवस लोगों को हमारे ग्रह की देखभाल के बारे में सीखने में मदद करता है। 
  • यह हमें हवा को गंदा न करने और पेड़-पौधों की रक्षा करना सिखाता है।
  • इस दिन स्कूलों में छात्रों को यह सिखाने के लिए विशेष गतिविधियाँ होती हैं कि बड़े होकर पृथ्वी की रक्षा कैसे करें और अच्छे नागरिक कैसे बनें।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा ग्रह कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, वनों की कटाई और जैव विविधता की हानि कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिनका हमें समाधान करने की आवश्यकता है।

जलवायु परिवर्तन शायद हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। बढ़ते वैश्विक तापमान के कारण हीटवेव, सूखा और बाढ़ जैसी मौसम की घटनाएं अधिक बार और गंभीर हो रही हैं। इन घटनाओं का पारिस्थितिक तंत्र और उन पर निर्भर समुदायों पर विनाशकारी प्रभाव पड़ता है।

प्रदूषण भी एक बड़ी चिंता का विषय है। हमारे महासागर, वायु और मिट्टी सभी प्रदूषण से प्रभावित हैं, जो वन्यजीवन और मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एकल-उपयोग प्लास्टिक और अन्य गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्रियों का उपयोग प्रदूषण में एक प्रमुख योगदानकर्ता है।

  • विश्व पृथ्वी दिवस हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है।
  • वर्ष 1960 को पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया था।
  • इस दिन को मनाने की शुरुआत वर्ष 1970 में अमेरिका में की गई थी।
  • पृथ्वी दिवस को मनाने के पीछे का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण आदि के प्रति लोगों को जागरूक करना है।

22 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस

1960 के दशक में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ रही थी। इसको लेकर यूनिब्वर्सिटीज़ में स्टूडेंट्स आंदोलन भी कर रहे थे। वे प्रदूषण और प्रकृति संरक्षण की बात कह रहे थे। इसी बात को देखते हुए 22 अप्रैल 1970 को 20 मिलियन से अधिक लोगों ने 150 देशों में प्रथम पृथ्वी दिवस मनाया 

पृथ्वी के सामने आने वाली चुनौतियाँ के लिए हम नीचें दी गई चीजें करके अपनी पृथ्वी को बचा सकते हैं :

  • यह स्पष्ट है कि हमें इन चुनौतियों से निपटने के लिए कार्रवाई करने की आवश्यकता है और बदलाव लाने के लिए हम कई चीजें कर सकते हैं। हम सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके ड्राइविंग के बजाय साइकिल चलाकर या पैदल चलकर और अपने घरों में ऊर्जा-कुशल उपकरणों (Energy-Efficient Appliances) का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
  • प्लास्टिक के हमारे उपयोग को कम करना एक और महत्वपूर्ण कदम है। 
  • हम इकोसिस्टम और वाइल्डलाइफ की रक्षा के लिए काम करने वाले संगठनों का समर्थन करके संरक्षण प्रयासों का भी समर्थन कर सकते हैं। 
  • हम पेड़ लगा सकते हैं और सफाई प्रयासों में भी भाग ले सकते हैं। 

विश्व पृथ्वी दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जो हमें हमारे ग्रह के महत्व और इसकी रक्षा के लिए कार्रवाई करने की आवश्यकता की याद दिलाता है। हम कई चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन बदलाव लाने के लिए हम कई चीजें कर सकते हैं। आइए यह सुनिश्चित करने के लिए आज और हर दिन कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हों कि हम भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ ग्रह छोड़ें।

यह भी पढ़ें : Amazing Facts in Hindi About Nature : जानिए प्रकृति से जुड़े अद्भुत तथ्य

Earth Day Essay in Hindi (विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध) कैसे लिखें के बारे में नीचे बताया गया है :

  • निबंध लिखते समय आपकी भाषा एकदम सरल होनी चाहिए। 
  • निबंध के शीर्षक को आकर्षक बनाए।  
  • निबंध में प्रस्तावना और निष्कर्ष को जोड़ने का खास ध्यान रखें। 
  • अपने निबंध में विषय विस्तार को जोड़े। 
  • शब्द चिन्ह का विशेषकर ध्यान रखें। 
  • किसी भी तरह की जानकारी देने से पहले उसपर अच्छे से रिसर्च जरूर करें। 
  • अलग-अलग पैराग्राफ को एक दूसरे से जोड़े। 
  • निबंध की शुरुआत और अंत में स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ पंक्तियाँ भी जोड़ सकते है। 

यह भी पढ़ें : Nature Quotes In Hindi: नेचर कोट्स इंसान को प्रकृति से जोड़ेंगी

Earth Day Essay in Hindi से जुड़ी 10 लाइन्स यहाँ दी गई हैं : 

  • पृथ्वी ग्रह लाखों लोगों, कई प्रकार के पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है।
  • पृथ्वी दिवस ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करता है।
  • विश्व पृथ्वी दिवस द्वारा मानव अस्तित्व के लिए पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
  • विश्व पृथ्वी दिवस को पहली बार 1990 में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली।

पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था।

  • पृथ्वी दिवस मनाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • 2024 में विश्व पृथ्वी दिवस की थीम Planet vs. Plastics रखी गई है।
  • विश्व पृथ्वी दिवस की स्थापना संयुक्त राज्य अमेरिका के सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी।
  • विश्व पृथ्वी दिवस दुनिया भर के 190 से अधिक देशों में मनाया जाता है।
  • व्यक्ति पेड़ लगाकर, वेस्ट को कम करके और पर्यावरण संगठनों का समर्थन करके विश्व पृथ्वी दिवस के उद्देश्य में योगदान दे सकते हैं।

                                                              सम्बंधित आर्टिकल्स 

विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है।

लोगों और ग्रह के लिए परिवर्तनकारी परिवर्तन लाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े पर्यावरण आंदोलन के निर्माण के लिए पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस 2024 की थीम Planet vs Plastics है।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको Earth Day Essay in Hindi (विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध) से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

' src=

सीखने का नया ठिकाना स्टडी अब्राॅड प्लेटफाॅर्म Leverage Edu. खुशी को 1 वर्ष का अनुभव है। पूर्व में वह न्यूज टुडे नेटर्वक, जागृत जनता न्यूज (JJN) में कंटेंट राइटर और स्क्रिप्ट राइटर रह चुकी हैं। खुशी ने पत्रकारिता में स्नातक कंप्लीट किया है। उन्हें एजुकेशनल ब्लाॅग्स लिखने के अलावा रिसर्च बेस्ड स्टोरीज करना पसंद हैं।

प्रातिक्रिया दे जवाब रद्द करें

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Contact no. *

browse success stories

Leaving already?

8 Universities with higher ROI than IITs and IIMs

Grab this one-time opportunity to download this ebook

Connect With Us

45,000+ students realised their study abroad dream with us. take the first step today..

earth day essay in hindi wikipedia

Resend OTP in

earth day essay in hindi wikipedia

Need help with?

Study abroad.

UK, Canada, US & More

IELTS, GRE, GMAT & More

Scholarship, Loans & Forex

Country Preference

New Zealand

Which English test are you planning to take?

Which academic test are you planning to take.

Not Sure yet

When are you planning to take the exam?

Already booked my exam slot

Within 2 Months

Want to learn about the test

Which Degree do you wish to pursue?

When do you want to start studying abroad.

September 2024

January 2025

What is your budget to study abroad?

earth day essay in hindi wikipedia

How would you describe this article ?

Please rate this article

We would like to hear more.

पृथ्वी दिवस पर निबंध 10 lines (Essay On Earth Day in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों में

earth day essay in hindi wikipedia

Essay On Earth Day in Hind i – हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना पर्यावरण सुरक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन द्वारा मनाया गया था। नेल्सन ने कई बड़े पैमाने पर आंदोलनों को जन्म दिया, विरोध किया और अमेरिकी जनता को पर्यावरण की देखभाल शुरू करने के लिए प्रेरित किया। यहां पृथ्वी दिवस पर कुछ नमूना निबंध दिए गए हैं।

बच्चों के लिए पृथ्वी दिवस पर 10 पंक्तियाँ (10 Lines On Earth Day For Kids in Hindi)

  • पृथ्वी ग्रह लाखों लोगों और असंख्य पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है।
  • पृथ्वी दिवस ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करता है।
  • विश्व पृथ्वी दिवस द्वारा मानव अस्तित्व के लिए पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
  • पृथ्वी पर महासागर और भूमि असंख्य जानवरों को घर प्रदान करते हैं। हमें इस ग्रह को बचाना होगा।
  • विश्व पृथ्वी दिवस को पहली बार 1990 में अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली।
  • पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था।
  • पृथ्वी दिवस मनाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
  • सबसे महत्वपूर्ण बात, चाहे आप पृथ्वी दिवस मनाने का निर्णय किसी भी प्रकार से लें, वह है हमारी दुनिया को बचाने के लिए कुछ करना। प्रत्येक छोटा सा अंश मायने रखता है!
  • पृथ्वी 4.5 अरब वर्ष पुरानी मानी जाती है। पृथ्वी दिवस उत्सव मानवता के लिए अपने कार्यों की जाँच करने और आगे की क्षति को रोकने के लिए एक आदर्श अनुस्मारक है।
  • 2022 में, हमने ‘हमारे ग्रह में निवेश करें’ थीम पर पृथ्वी दिवस मनाया।

पृथ्वी दिवस पर 100 शब्द निबंध (100 Words Essay On Earth Day in Hindi)

विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लगातार बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों पर ध्यान आकर्षित करना, इस बारे में खुली बहस करना कि यह हमारे दैनिक जीवन को कैसे प्रभावित करता है और आगे होने वाले नुकसान को रोकने के तरीकों पर ज्ञान फैलाना है। साथ ही जो पहले ही किया जा चुका है उसे पूर्ववत करना। इस दिन सार्वजनिक रूप से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है, जिनमें जलवायु परिवर्तन, समुद्र के बढ़ते स्तर, ओजोन परत का पतला होना और अंधाधुंध वनों की कटाई शामिल है। इस दिन को मनाने के लिए कई सम्मेलन, जागरूकता अभियान आदि आयोजित किए जाते हैं। कुछ स्वयंसेवक पड़ोसी संपत्ति पर पेड़ लगाना पसंद करते हैं, जबकि अन्य निकटवर्ती सड़कों या नदियों को साफ करना पसंद करते हैं।

पृथ्वी दिवस पर 200 शब्द निबंध (200 Words Essay On Earth Day in Hindi)

दुनिया भर के कई देश विश्व पृथ्वी दिवस मनाते हैं। यह जागरूकता फैलाने और हमारे गृह ग्रह पृथ्वी के प्रति सराहना दिखाने का दिन है।

पहला पृथ्वी दिवस समारोह | पृथ्वी दिवस सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया और अंततः यह दुनिया भर में मनाया जाने लगा। यह आबादी को शिक्षित करने की मजबूत प्रतिबद्धता के साथ 193 से अधिक देशों द्वारा मनाया जाता है। पहला पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल, 1970 को मनाया गया था। अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने 1990 में इस दिन की आवश्यकता को पहचाना, पहले विश्व पृथ्वी दिवस को आधिकारिक तौर पर वैश्विक स्तर पर मान्यता दी गई थी।

मतलब | किंवदंती है कि 1969 में सेंट बारबरा तेल रिसाव से वनस्पतियों सहित अरबों जलीय प्रजातियां नष्ट हो गईं और परिणामस्वरूप, पृथ्वी दिवस की शुरुआत की गई। पृथ्वी दिवस का उद्देश्य लोगों को ग्रह के संसाधनों के प्रति अधिक जागरूक और सराहना करने की आवश्यकता की याद दिलाना है।

की गई गतिविधियाँ | सभी से आग्रह है कि सभी अनावश्यक लाइटें बंद कर दें। कुछ स्वयंसेवक इस दिन पेड़ लगाने के लिए पड़ोसी संपत्तियों में जाते हैं, जबकि अन्य पास के जलमार्गों या सड़कों की सफाई करते हैं। खुली मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए, कई विशेषज्ञ बैनर, ओरिगेमी रचनाएँ, या कलात्मक टुकड़े बनाने के लिए टीम बनाते हैं। हमने जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया है, उसकी भरपाई करना हमारी जिम्मेदारी है।

पृथ्वी दिवस पर 300 शब्द निबंध (300 Words Essay On Earth Day in Hindi)

पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। यह दिन पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण के प्रति जागरूकता और प्रशंसा को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। यह इस बात पर विचार करने का दिन है कि हमने ग्रह के लिए क्या किया है और इसे बेहतर बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं। इस दिन लोगों को पेड़ लगाने, कूड़ा-कचरा साफ करने और रीसाइक्लिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। हम सभी ग्रह की देखभाल में अपना योगदान देकर बदलाव ला सकते हैं। आज पृथ्वी दिवस है और यह विचार करने का समय है कि हम अपने ग्रह की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं। हम जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता कम करके और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर स्विच करके शुरुआत कर सकते हैं। हम पुनर्चक्रण और खाद बनाकर भी अपने कचरे को कम कर सकते हैं। और हम वन्यजीवों और उनके आवासों की सुरक्षा के लिए कदम उठा सकते हैं। एक साथ काम करके, हम ग्रह के लिए बदलाव ला सकते हैं। गेलॉर्ड नेल्सन ने पहली बार 1970 में पृथ्वी दिवस का विचार पेश किया था। उन्होंने यह दिन तब चुना जब एक तेल विस्फोट के कारण सांता बारबरा की पारिस्थितिकी बुरी तरह प्रभावित हुई। पर्यावरण का सम्मान करने वाले एक दिन का विचार जल्द ही 193 से अधिक देशों में फैल गया, जिसमें सरकारों और स्कूलों ने भाग लिया। इस दिन आमतौर पर पर्यावरण संरक्षण को समर्पित नाटक प्रस्तुत किये जाते हैं।

पृथ्वी दिवस पर पास की भूमि पर जाकर पेड़ लगाने, या जलमार्गों या सड़कों को साफ करने में स्वयंसेवा करें। विशेषज्ञ एक साथ आएंगे और बैनर और ओरिगेमी परियोजनाओं के माध्यम से खुली मानसिकता पैदा करेंगे। आपको पर्यावरण का ध्यान रखना होगा क्योंकि इस बारे में हमसे संपर्क करने वाला कोई नहीं बचा है, लेकिन हर किसी को पृथ्वी दिवस पर स्वयंसेवा जैसे अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।

अंत में, पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह और उसमें मौजूद सभी चीज़ों का जश्न मनाने का दिन है। यह हमारे ग्रह की देखभाल के महत्व को याद दिलाने का भी दिन है। हम जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करके, अधिक पुनर्चक्रण करके और पेड़ लगाकर ऐसा कर सकते हैं। अपने ग्रह की देखभाल करना न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।

पृथ्वी दिवस पर 500 शब्द निबंध (500 Words Essay On Earth Day in Hindi)

ग्रह के स्वास्थ्य के लिए समर्थन दिखाने और समस्या के बारे में सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मान्यता दी गई है। 1970 से अब तक 190 से अधिक देश इसे मनाते आ रहे हैं। इस वर्ष पेरिस समझौते पर हस्ताक्षर होने से विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व बढ़ गया है। इस समझौते पर अमेरिका और चीन सहित लगभग 120 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं, जो ऐसे नियम बनाने का वादा करते हैं जो वायुमंडल में ओजोन-क्षयकारी यौगिकों की रिहाई को कम करेंगे।

चिंता के मुद्दों

विश्व पृथ्वी दिवस हर साल लगातार बढ़ते वैश्विक खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने, हमारे दैनिक जीवन पर पड़ने वाले विनाशकारी प्रभावों पर खुलकर चर्चा करने और सभी को आगे की क्षति को रोकने और पहले ही हो चुकी मरम्मत के बारे में निर्देश देने के लिए मनाया जाता है। पर्यावरण परिवर्तन, लगातार बढ़ता समुद्र स्तर, ओजोन परत का ह्रास और निर्मम वनों की कटाई चर्चा के कुछ प्रमुख मुद्दे हैं।

पृथ्वी दिवस की स्थापना

पृथ्वी दिवस की आवश्यकता 1970 के दशक में देखी जाने लगी। यह तब था जब लोग ग्रह के प्रति संवेदनशील होने लगे और इसकी रक्षा के लिए कुछ प्रयास करने लगे। पृथ्वी दिवस का उद्घाटन समारोह 1970 में हुआ था। इसमें लाखों लोग शामिल थे। लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर सरकार से पर्यावरण की सुरक्षा की गुहार लगाई.

गेलॉर्ड नेल्सन का योगदान

पृथ्वी दिवस समारोह की मुख्य प्रेरक शक्ति अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं, छात्रों, पर्यावरणविदों और आम जनता के साथ पर्यावरण के समर्थन में कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे को राजनीतिक स्तर पर लाने के लिए भी काफी प्रयास किये.

सीनेटर नेल्सन अपने उद्देश्य में सफल रहे और सरकार और आम जनता दोनों ने पहले पृथ्वी दिवस का उत्साहपूर्वक समर्थन किया। इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों – अमीर, गरीब, एथलीट, किसान, व्यवसायी और अन्य – ने पृथ्वी ग्रह को संरक्षित करने की प्रतिबद्धता जताई।

पृथ्वी दिवस का महत्व

एकमात्र ग्रह जहां जीवन मौजूद है वह पृथ्वी है। यह विशेष है और हमारे पास एकमात्र स्थान है। यदि हम इसे सुरक्षित नहीं रख सके तो यह हमारे अस्तित्व को ही खतरे में डाल देगा।

  • पृथ्वी पर जीवन के लिए अनेक कारक आवश्यक हैं। पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व के लिए भूमि, जल, मिट्टी, जंगल और हवा का होना आवश्यक है। लेकिन अनियमित संसाधन खपत, वनों की कटाई, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और अन्य कारकों ने पृथ्वी के पर्यावरण को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
  • पृथ्वी दिवस एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि पारिस्थितिक संतुलन के लिए टिकाऊ जीवन अब पहले से कहीं अधिक आवश्यक है। यह एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि पारिस्थितिक तंत्र, प्रकृति और जीवन के अन्य रूपों को संरक्षित करना कितना महत्वपूर्ण है।
  • पृथ्वी दिवस पर, हमें जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की याद दिलाई जाती है।

हमने स्कूल में पृथ्वी दिवस कैसे मनाया

पिछले वर्ष, मेरे विद्यालय ने उत्साहपूर्वक पृथ्वी दिवस मनाया। एक विशेष सभा आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने इस बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए कि पृथ्वी की रक्षा कैसे की जा सकती है और सतत विकास को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है। प्रत्येक कक्षा ने एक पौधा लगाया और उसकी देखभाल करने का वादा किया। बच्चों ने “पृथ्वी दिवस” ​​विषय पर पोस्टर भी बनाए जिन्हें पूरे स्कूल में कई डिस्प्ले बोर्ड पर लगाया गया। गतिविधियों से छात्रों को ग्रह के संरक्षण के महत्व और ऐसा करने के तरीकों को समझने में मदद मिली।

पृथ्वी दिवस पैराग्राफ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

विश्व पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है.

विश्व पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई और बाद में इसे पूरी दुनिया में लगभग 193 देशों में मनाया जाने लगा।

पृथ्वी दिवस क्यों मनाया जाता है?

पर्यावरण को बचाने और पृथ्वी को विभिन्न प्रकार के प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, अतिदोहन आदि से बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

  • संस्कृत श्लोक एवम अर्थ
  • वेडिंग स्पेशल
  • टिप्स और ट्रिक्स
  • उपयोगी लाभकारी घरेलु नुस्खे और उपाय
  • महाभारत रामायण कहानी | Mahabharat Ramayan in Hindi
  • हमसे संपर्क करे

पृथ्वी दिवस का महत्व पर निबंध भाषण 2024 | Earth Day Essay Importance, history theme in hindi  

पृथ्वी दिवस का महत्व पर निबंध 2024 विषय, भाषण, थीम, कब है, नामकरण, गीत, कैसे मनाएं, गतिविधियाँ, चर्चित बोल (Earth Day Significance, Meaning, Facts, History, Importance, Theme 2024 Essay in Hindi)

अर्थ डे या पृथ्वी दिवस एक तरह से पूरी दुनिया में एक साथ मनाया जाने वाला एक वार्षिक आयोजन है, जिसे पूरे विश्व में से 192 देश एक साथ 22 अप्रैल के दिन एक साथ मनाते है. इस दिन को सर्वप्रथम 1970 में मनाया गया था और फिर धीरे-धीरे एक नेटवर्क आगे बढ़ता गया और इसे विश्व स्तर पर कई देशों द्वारा स्वीकार कर मनाने का निर्णय लिया गया. साल 1969 में यूनेस्को द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 21 मार्च 1970 को इस दिन को प्रथम बार मनाने का निर्णय लिया गया, परंतु बाद में इसमें कुछ परिवर्तन किए गए और 22 अप्रैल के दिन इसे मनाने का निर्णय लिया गया. यह दिन मुख्य रूप से पुरे विश्व के पर्यावरण सम्बन्धी मुद्दों  और कार्यक्रमों पर निर्भर रहता है, इस दिन का मुख्य उद्देश्य शुध्द हवा, पानी और पर्यावरण के लिए लोगों को प्रेरित करना है. पृथ्वी दिवस का इतिहास इसकी थीम और साल 2023 में इस दिन आयोजित होने वाली गतिविधियों के संबंध में जानकारी .

earth-day

Table of Contents

पृथ्वी दिवस का महत्व पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi )

नामपृथ्वी दिवस
कब होता है22 अप्रैल
घोषणा कब हुईसन 1969 में
किसने कीअमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन

पृथ्वी दिवस का इतिहास (Earth Day History Facts)

हम सब इस बात से परिचित है की पहला पृथ्वी दिवस साल 1970 में मनाया गया था, परंतु इस दिन की शुरुआत किस घटना से हुई यह बात बहुत ही कम लोग जानते है. साल 1969 में केलिफोर्निया में बहुत बड़े पैमाने पर तेल रिसाव हुआ, जिससे आहत होकर नेल्सन मंडेला नामक व्यक्ति राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रेरित हुये. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को पर्यावरण संबंधित मुद्दों के लिए जागरूक करना था.

22 अप्रैल 1970 के दिन अमेरिका के कई कॉलेज और स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के साथ लगभग 20 हजार अमेरिकी लोगों ने एक स्वस्थ पर्यावरण के उद्देश्य से एक राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया और एक रैली का आयोजन किया. पर्यावरण प्रदूषण के विरूध्द होने वाले इस आंदोलन में अमेरिका के हजारो कॉलेजों और विश्वविद्यालय के युवा शामिल थे. इस समय इन लोगों का प्रदर्शन तेल रिसाव, प्रदूषण फैलाने वाली फ़ैक्ट्रियों, ऊर्जा सायंत्रों से होने वाले प्रदूषण, मलजल प्रदूषण, विषैले कचरे, कीटनाशक, जंगलों का नाश और वन्य जीवों का विलुप्तिकरण आदि मुद्दों पर आधारित था. इसके बाद धीरे-धीरे पर्यावरण संरक्षण का यह मुद्दा अमेरिका से बढ़कर 141 देशों के 200 लोगों मिलियन लोगों तक पहुँच गया. 22 अप्रैल 1990 में आयोजित पृथ्वी दिवस के दिन शामिल सभी देशों में रिसाइकलिंग की प्रोसैस को अपनाने के लिए प्रोत्साहन दिया गया. इसके बाद साल 2000 में हायेज द्वारा विश्व स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करवाया गया और इसी समय स्वच्छ ऊर्जा के मुद्दे को भी उठाया गया. और साल 2000 में ही इंटरनेट के जरिये पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस के अंतर्गत कार्य करने वाले कार्यकर्ता जुड़े. इंटरनेट की इस पहल के द्वारा इस वर्ष पूरी दुनिया के लगभग 5000 समूह एक दूसरे से संपर्क में आए और इसमें लगभग 180 देशों के सैकड़ो मिलियन लोगों ने हिस्सा लिया. इस तरह से साल 1970 से लेकर अब तक हर वर्ष पृथ्वी दिवस के कार्यक्रम का स्तर हर वर्ष बढ़ता चला गया और हर वर्ष कई देश और हजारों, लाखों लोग इसमें शामिल होते चले गए.

पृथ्वी दिवस का महत्व  (Earth Day Significance and Importance in Hindi)

इसका महत्व इसलिए बढ़ जाता है, कि ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पर्यावरणविद के माध्यम से हमें पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का पता चलता है. जीवन संपदा को बचाने के लिए पर्यावरण को ठीक रखने के बारे में जागरूक रहना आवश्यक है. जनसंख्या की बढ़ोतरी ने प्राकृतिक संसाधनों पर अनावश्यक बोझ डाल दिया है. इसलिए इसके संसाधनों के सही इस्तेमाल के लिए पृथ्वी दिवस जैसे कार्यकर्मो का महत्व बढ़ गया है. लाइव साइंस आईपीसीसी अर्थात जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल के मुताबिक 1880 के बाद से समुद्र स्तर 20% बढ़ गया है, और यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. यह 2100 तक बढ़ कर 58 से 92 सेंटीमीटर तक हो सकता है, जो की पृथ्वी के लिए बहुत ही ख़तरनाक है. इसका मुख्य कारण है ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ग्लेशियरों का पिघलना जिसके करण पृथ्वी जलमग्न हो सकती है. आईपीसीसी के पर्यावरणविद के अनुसार 2085 तक मालदीव पूरी तरह से जलमग्न हो सकता है.

पृथ्वी दिवस का महत्व मानवता के संरक्षण के लिए बढ़ जाता है, यह हमें जीवाश्म इंधन के उत्कृष्ट उपयोग के लिए प्रेरित करता है. इसको मनाने से ग्लोबल वार्मिंग के प्रचार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो की हमारे जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रेरित करता है. यह उर्जा के भण्डारण और उसके अक्षय के महत्व को बताते हुए उसके अनावश्यक उपयोग के लिए हमे सावधान करता है. कार्बन डाई ऑक्साइड और मीथेन उत्सर्जन की गतिविधियों की वजह से पर्यावरण अपने प्राकृतिक रूप में स्थिर रहता है.1960 के दशक में कीटनाशकों और तेल के फैलाव को लेकर जो जनता ने जागरूकता दिखाई थी, उस जागरूकता की वजह से नई स्वच्छ वायु योजना बनी थी. इस वजह से अब जो भी नया विधुत सयंत्र बनता है, उसमे कार्बन डाइऑक्साइड को कम मात्रा में उत्सर्जित करने के लिए अलग यन्त्र लगाया जाता है. जिससे की पर्यावरण में इसका कम फैलाव हो और नुकसान कम हो.

इसलिए अप्रैल 22 को सीनेटर नेल्सन ने कहा कि वह व्यक्ति इस दुनिया में पर्यावरण से अलग नहीं रह सकता, जो अंतराष्ट्रीय दिवस को छुट्टी का दिन न बना कर दुनिया भर के लोगों को ग्लोबल वार्मिंग के लिए जागरूक करता है और प्रौधोगिकी के क्षेत्र में निवेश करता हो.

पृथ्वी दिवस का नामकरण (Earth Day Name Creator)  

कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में 1969 में गायलोर्ड नेल्सन को बड़े पैमाने पर तेल गिरने के बाद, बिजली सयंत्र, प्रदुशित अपशिष्ट पदार्थों, जहरीली धुआं, जंगल की हानि और वन्यजीवों के विलुप्त होने के खिलाफ़ पर्यावरण पर ध्यान के लिए इस दिवस को मनाने का विचार आया. वह छात्र युद्ध विरोधी गतिविधियों से बहुत प्रेरित हुए. उन्होंने ऐसा महसूस किया कि अगर हवा और जल को इन जागृत नव चेतना के साथ सम्मलित कर दे, तो वह पर्यावरण चेतना को राष्ट्रीय राजनीतिक एजेंडे में सम्मिलित कर इसको आगे बढ़ा सकते है. सीनेटर नेल्सन ने यह घोषणा की और राष्ट्रीय मीडिया के सामने अपने विचार रखते हुए पर्यावरण पर राष्ट्रीय शिक्षा के विचार को कार्य रूप में लाने के लिए, उन्होंने रिपब्लिकन कांग्रेस नेता पीट एमसी क्लोस्केय और डेनिस हायेस को राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में भर्ती किया. उन्होंने देश भर में इसे बढ़ावा देने के लिए 85 राष्ट्रीय कर्मचारियों की परीक्षा ली. उसके बाद 22 अप्रैल को परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद उन कर्मचारियों का चुनाव किया गया. 

नेल्सन के अनुसार पृथ्वी दिवस के नाम को कई लोगो द्वारा सुझाया गया इसके साथ ही उनके दो दोस्त जिनमे से एक जुलियन कोएनिग थे, जोकि न्यू यॉर्क विज्ञापन में कार्यकारी थे. साथ ही वह नेल्सन की संगठित समिति के भी सदस्य थे उन्होंने भी सुझाव दिया. संयोगवश 22 अप्रैल को जिस दिन को पृथ्वी दिवस के लिए चुना गया, वह दिन नेल्सन का जन्म दिन भी था. इसके नाम को नेल्सन ने पर्यावरण शिक्षा पत्र कहा लेकिन राष्ट्रीय समन्वयक डेनिस हेज ने इसे मीडिया के सामने पृथ्वी दिवस के रूप में संबोधित किया, जो कि व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल होने लगा.          

पृथ्वी दिवस का गीत (Earth Day Song)

पृथ्वी दिवस को अंतराष्ट्रीय स्तर पर मनाते हुए उनके लिए गीत का निर्माण हुआ है इसको कई देशों में गाया जाता है. यह दो प्रकारों में गया जाता है एक समकालीन कलाकारों द्वारा गाये गए गीत और दूसरा आधुनिक कलाकरों द्वारा. यूनेस्को ने भारतीय कवि अभय कुमार की रचनात्मक और प्रेरित करने वाले गीत के लिए प्रशंसा की है. इसे कई भाषाओँ में जैसे अरेबिक, चाइनीज, अंग्रेजी, फ्रेंच, रशियन, स्पेनिश में गाया गया है. इसको और भी दो भाषाओँ में गाया गया है हिंदी और नेपाली.

2013 के पृथ्वी दिवस सम्मलेन के अवसर पर कपिल सिबल और शशि थरूर ने नई दिल्ली के भारतीय सांस्कृतिक परिषद् कार्यक्रम में इसे लागु किया. बाद में शैक्षिक उदेश्यों के लिए उपयोग करना शुरू किया. पृथ्वी दिवस गाने को ब्रिटिश काउंसिल स्कूल के ऑनलाइन स्कूल, रीजेंट स्कूल, यूरो स्कूल, काठमांडू, लोरेटो डे स्कूल कोलकाता के साथ ही और भी स्कूलों में भी गाया गया. इस गीत को लोग ‘पृथ्वी गान’ के रूप में गाते है. इस तरह के गीत मानवता के लिए वैश्विक संगठन द्वारा भी समर्थित है.

यू. एस. काउंसिल जनरल जेनिफ़र मैकेंतिर ने पृथ्वी गीत के लिए कुमार की प्रसंशा की. अकादमी अवार्ड विजेता हॉलीवुड के डायरेक्टर जेफ्फिरे डी. ब्राउन ने कहा की यह मानवीय लोगों के लिए उत्सव के रूप में है.   

पृथ्वी दिवस की प्रमुख घटनाएँ (Earth Day Incidents)

पृथ्वी दिवस यूनाइटेड स्टेट अमेरिका अर्थात संयुक्त राष्ट्र ने 1995 तक 5 पृथ्वी दिवस सामारोह का समन्वय किया. फिर 25 वी वर्षगाठ के बाद इसको बैटन को सौप दिया गया. फिर 2007 का पृथ्वी दिवस सबसे बड़े तौर पर मनाया गया, इसमें बहुत से देशों के लोगों ने भाग लिया जैसे कि कीव, यूक्रेन, कैरकस, वेनुजुएला, मनिला, टवालू, फिलीपींस, टोगो, मेड्रिड, स्पेन, लंदन और न्यू यॉर्क. 2012 के कैलिफोर्निया में जनसंख्या स्थिरीकरण समूह को मानव सोच से बदलकर उसके मुख्य धारा पर्यावरण विकास की तरफ ध्यान दिया गया. छात्रो और युवाओ को भी पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को कम करने में रूचि लेने के लिए जागरूक किया गया.

पृथ्वी दिवस 2017 के लिए इसके नेटवर्क संस्था ने पर्यावरण और जलवायु साक्षरता विषय के बारे में लोगो को जागरूक करने के लिए 4 टूलकिट्स का निर्माण किया. जो निम्न प्रकार से है-

  • पृथ्वी दिवस कार्यवाही टूलकिट्स – यह पर्यावरण परिवर्तन पर लोगों को जागरूक कर उन्हें शिक्षित करने का कार्य करेगा. सारी कार्यवाहियों पे नजर रखेगा.
  • पर्यावरणीय शिक्षण टूलकिट्स
  • स्थानीय सरकारों से बातचीत के लिए ग्लोबल दिवस टूलकिट्स  
  • मोबिलिज़े यू के कैम्पस में शिक्षण के बारे में टूलकिट्स

इसके माध्यम से पर्यावरण के बारे में ज्यादा जानकारी प्राप्त कर हम इसके बचाव में अपना योगदान दे सकते है. 2017 में भी हर वर्ष के भातिं पृथ्वी दिवस के दिन विज्ञान रैली के रूप में  मार्च किया गया और वाशिंगटन के नेशनल मॉल में पर्यावरण शिक्षा पर बात हुई और इसको पढ़ा गया. विज्ञान के चमत्कार यहाँ पढ़ें.

पृथ्वी दिवस की थीम 2024 (Earth Day Theme 2024)

अंतराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले हर कार्यक्रम की हर वर्ष की एक अलग थीम होती है जिसके द्वारा उस वर्ष उस विशेष मुद्दे पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है. ठीक इसी प्रकार से विश्व स्तर पर मनाए जाने वाले पृथ्वी दिवस की भी एक अलग थीम है होती है, पिछले कुछ वर्षो में आयोजित पृथ्वी दिवस की थीम निम्न थी-

2010जलवायु परिवर्तन पर एक वैश्विक जनमत संग्रह
2011हवा को साफ करो
2012पृथ्वी को संवारना
2013जलवायु परिवर्तन का सामना
2014ग्रीन सिटिस
2015अब नेतृत्व करने की हमारी बारी
2016पृथ्वी के लिए पेड़
2017पर्यावरण और जलवायु साक्षारता
2018प्लास्टिक प्रदूषण का समापन
2019प्रोटेक्ट अवर स्पाइसेस  
2020क्लाइमेट एक्शन
2021रिस्टोर अवर अर्थ
2022हमारी धरती, हमारा स्वास्थ्य
2023हमारे ग्रह में निवेश करें
2024जल्द ही

  इस तरह से यह पीछले 12 वर्षो में आयोजित पृथ्वी दिवस की थीम थी.

साल 2024 में आयोजित पृथ्वी दिवस की गतिविधियां (Earth Day 2024 Activities)

साल 2019 में आयोजित पृथ्वी दिवस का थीम “प्रोटेक्ट अवर स्पाइसेस” है और इस वर्ष पूरी दुनिया में मौजूद देश इस थीम पर आधारित गतिविधियों के द्वारा इस दिन को मनाएंगे.

पृथ्वी पर हमे उपहार स्वरूप लाखों प्रजातियां मिली है, जिन्हें हम जानते और प्यार करते है आपको यह जानकार आश्चर्य भी होगा की हम अब तक इनमें से कई प्रजातियों को जान पाने में असक्षम भी रहे है. हमारे द्वारा उत्पन्न प्राकृतिक असंतुलन और प्रदूषण से अब तक कई प्रजातियां विलुप्त भी हो चुकी है. इस समस्या से निपटने के लिए इस वर्ष इसे ही मुद्दा बनाया गया है, और इस वर्ष इसके उद्देश्य निम्न है –

  • लाखों प्रजातियों के विलुप्त होने की दर और इसके कारण और परिणामों के संदर्भ में लोगों को जागरूक करना .
  • कुछ ऐसी प्रमुख नीतियों पर जीत हासिल करें जो विभिन्न प्रजातियों के विभिन्न समूहों और विभिन्न व्यक्तिगत प्रजातियों की रक्षा करें और साथ ही उनके आवास को भी सुरक्षित रखे.
  • एक ऐसे वैश्विक आंदोलन की शुरुआत करें, जो प्रकृति और इसके मूल्यों को बढ़ावा देता है.
  • प्रत्येक व्यक्ति को प्लांट बेस्ड डाइट को अपनाने और कीटनाशक को शाकनाशी के प्रयोग को रोकने के लिए प्रोत्साहित करें.

पृथ्वी दिवस को कैसे मनाए (How To Celebrate Earth Day)

अगर आप भी आने वाले 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाना और विषय पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग देना चाहते है तो निम्न गतिविधियों को अपनाकर इसे मना सकतें है –

  • आप बेहद ही छोटे स्तर पर कुछ पेड़ लगाकर अपने आस पास के वातावरण को सुंदर बनाने के साथ साथ, पक्षियों को आवास और भोजन प्रदान कर सकते है. इसी के साथ साथ इसके द्वारा मिट्टी के होने वाले कटाव को रोकने में भी मदत मिलेगी और यह पृथ्वी दिवस मनाने का एक बेहद ही सरल और कारगर तरीका साबित होगा.
  • आप अपने यहाँ एक रिसाइक्लिंग पार्टी भी ओर्गेनाइस कर सकते है जिसमें आप अपने फ्रेंडस को वेस्ट मटेरियल पर रिसाइक्लिंग की प्रोसैस के द्वारा एक नया आइटम बनाकर लाने के लिए भी कह सकते है और सबसे बेहतर आइटम को इनाम देकर उन्हे प्रोत्साहित भी कर सकते है.
  • आप कुछ लोगों का समूह बनाकर किसी पार्क, बीच, नदी का किनारा या किसी लोकल एरिया को साफ करने का अभियान भी चला सकते है.
  • अगर आप किसी संस्था से जुड़े हुये है और कुछ बड़े स्तर पर इस दिन का आयोजन करना चाहते है तो आप अपने शहर में एक ऐसे रिसाइक्लिंग प्रोग्राम की शुरुआत कर सकतें है जिसकी सुविधा आपके शहर में पहले से मौजूद नहीं है.
  • आप विभिन्न स्तर पर विभिन्न सरकारी दफ़्तरों को जो कि इस मुद्दे को लेकर जागरूक नहीं है उन्हे टार्गेट करते हुये एक लेटर राइटिंग केंपेनिग चला सकते है.

इस तरह से इन मुद्दों के अलावा आप अपने हिसाब से कुछ अलग और नए तरीके से भी यह दिन मना सकते है. यह दिन कई देशों में एक साथ मनाया जाता है, जिसका कल्चर, भाषा और रहन सहन भिन्न है फिर भी हर देश में इसे मनाने का उद्देश्य केवल एक है – “पर्यावरण संरक्षण”. अगर आपके पास भी इस दिन को मनाने का एक अलग तरीका हो तो आप उसे हमसे कमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते है.

पृथ्वी दिवस के बारे में कुछ प्रसिद्ध हस्तियों के चर्चित बोल (Earth Day Quotes)

  • ग्रेग द्वोर्किन के अनुसार पृथ्वी दिवस का कार्यक्रम 175 देशों में एक अरब से ज्यादा लोगों को पृथ्वी दिवस के रूप में जोड़ कर पर्यावरण के बचाव के लिए प्रेरित करता है, न की यह चाय पार्टियों के लिए प्रस्तावित करता है.
  • जेरी कोस्टेल्लो ने लोगो को उत्साहित करते हुए ये आह्वान किया और कहा कि इस पृथ्वी दिवस के जश्न में मै सभी को हमारे राष्ट्र के नदियों, झीलों, पानी के साफ़ सफाई और उनके गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए सभी सीनेटरों या सदन के सदस्यों से अनुरोध करता हूँ कि वो इस क्षेत्र में निवेश करे.
  • जक्की स्पीयर के अनुसार हर दिन पृथ्वी दिवस होना चाहिए हर दिन हमें सुरक्षित जलवायु के लिए भविष्य में निवेश करते रहना चाहिए, इसके लिए मै हमेशा वोट देने के लिए तैयार हूँ.
  • बैरी कोम्मोनेर के अनुसार 1970 का पृथ्वी दिवस सबसे महत्वपूर्ण था. अमेरिकी लोग पर्यावरण के खतरे को समझते हुए इस पर कार्यवाही की मांग कर रहे थे.
  • जय इन्स्ली के अनुसार हमने पृथ्वी दिवस के रूप में एक बड़ी सफलता पाई है, क्योकि इस तरह के कार्यक्रम को देश ने बहुत ही भावनात्मक तरीके से गले लगते हुए, और इस पर दूरदर्शी सोच रखते हुए पर्यावरण बचाव और उर्जा संरक्षण नीति को बढ़ावा मिला है.
  • इंग्रिड न्यूक्रिक के अनुसार, अगर हम जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव को रोकते हुए, और भूमि, वायु, पानी और अन्य प्राकृतिक संसाधन को रोकते हुए, जानवरों के दुखों को कम करने का प्रयास करते है तो हमारे लिए हर दिन ही पृथ्वी दिवस है और इसे हमे हर दिन मनाना चाहिए.
  • स्कॉट पीटर्स के अनुसार, पृथ्वी दिवस हमे अपने ग्रह को रहने योग्य बनाने के लिए और इसे सुरक्षित रखने के लिए हम क्या कर रहे है, इस बात को प्रतिबिम्बित करती है, और हमे प्रोत्साहित करती है.
  • वेन्डेल बेर्री के अनुसार, इस पृथ्वी पर जितनी भी प्रजाति है अर्थात हम सभी एक समान है.
  • हेनरी डेविड के अनुसार, भगवान का शुक्र है कि इन्सान उड़ नहीं सकता, नहीं तो यह आकाश को भी गन्दा कर देता पृथ्वी की तरह और उसे बर्बादी के कगार तक पंहुचा देता.
  • चार्ल्स ए. के अनुसार, आदमी को पृथ्वी के महत्व को जानने के लिए सबसे पहले उसे इसके मूल्यों को पहचानते हुए इसे महसूस करना चाहिए, भगवान ने पृथ्वी और इस पर बसे जीवों इंसानों को सरल बनाया लेकिन मनुष्य ने सरल जीवन को भी उलझा दिया.
  • रहेल कार्सन के अनुसार जो लोग पृथ्वी की सुन्दरता को लम्बे समय तक देखना चाहते है और इसे बचाए रखना चाहते है, तो वो इसके भण्डारण की ताकत को भी बहुत अच्छी तरह से समझते है.
  • रविन्द्र नाथ टैगोर के अनुसार पृथ्वी को पेड़ से सजाकर स्वर्ग जैसा बनाने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए, पेड़ से बाते करना उन्हें सुनना ये सब महसूस करना ही स्वर्ग सी अनुभूति देता है.
  • अमित रे के अनुसार भगवान स्वर्ग बनाना चाहते थे और उन्होंने पृथ्वी जैसे गृह का निर्माण स्वर्ग के रूप में कर दिया, पुरे ब्रह्माण्ड में पृथ्वी जैसा जीवन, सुन्दरता, प्यार और इतनी शांति कही भी नहीं मिलेगी, इसलिए जब की आप इस पृथ्वी के निवासी है तो आप यहाँ रहने का आनंद ले और मिल जुल कर सभी प्राणियों केसाथ रहे.
  • विक्टर पस्काविच के अनुसार, यह पृथ्वी दिवस है तो क्या यह हम मान सकते है कि दूसरों की तुलना में हम ज्यादा पेड़ लगाकर बदलाव कर सकते है.
  • ऐलिस वालकर के अनुसार, मैंने ये मान लिया था की धरती और इससे जुड़े भावना को बचाना मुश्किल है लोग इसे विनाश की तरफ ले जा रहे है, लेकिन पृथ्वी पर रहने वाले जीव बहुत बुद्धिमान है क्योकि वे इसे बचाए रखने के लिए अपनी जवाबदेही को पहले ही समझ के इसके लिए प्रयासरत है.             
होमपेज

Ans : 22 अप्रैल

Ans : अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य के लिए इस दिन को मनाना शुरू किया.

Ans : साल 1969 में

Ans : जल्द ही

Ans : अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने

अन्य पढ़ें-                        

  • नेशनल डॉक्टर्स डे इतिहास
  • राष्ट्रीय एकता दिवस
  • मजदूर दिवस पर शायरी
  • गुरुत्वाकर्षण क्या है और इससे सम्बंधित न्यूटन की थ्योरी 

More on Deepawali

मनु भाकर का जीवन परिचय |manu bhaker biography in..., google killer: open ai ने chatgpt के बाद लॉन्च..., आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर केस( ias pooja khedkar case..., मुंबई bmw हिट एंड रन केस (mumbai bmw hit..., similar articles, कारगिल विजय दिवस 2024 पर निबंध इतिहास कहानी | kargil war vijay diwas essay history in hindi, नमस्ते का अर्थ एवं नमस्ते पर निबंध | namaste essay meaning and origin in hindi, भारत में आरक्षण की समस्या पर निबंध | problem of reservation system in india essay in hindi, leave a reply cancel reply.

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Scientific World

  • Magic Tricks
  • Superstitions
  • Opportunity
  • Science Fiction

Header$type=social_icons

पृथ्वी दिवस: आओ संवारे अपनी पृथ्वी.

Twitter

पृथ्वी दिवस (Earth Day) इतिहास और उसका महत्व

पृथ्वी दिवस सबसे पहले 1970 को पूरे अमेरिका में मनाया गया। फिर तो स्वच्छ पर्यावरण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए पूरे विश्‍व में प्रतिवर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाने लगा। इस साल पृथ्वी दिवस की 45वीं वर्षगांठ की वैश्विक थीम ‘नेतृत्व करने की अब हमारी बारी’ सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने को प्रेरित कर रही है।

-नवनीत कुमार गुप्ता

Earth Day

लेख अच्छा है‚ बधाई

बहुत अच्छा लिखा आपने.... (h)

Nice and helpfull

अपनी टिप्पणी लिखें...supar

International Bobs Award

International Bobs Award

Search This Blog

Follow Us$type=social_counter

  • google-plus|161k|followers|follow
  • rss|11k|followers|follow
  • facebook|4.8k|Likes|Like
  • twitter|1.5k|followers|follow

/fa-fire/ Popular Articles$type=one

' border=

Footer Social$type=social_icons

Chhoti Badi Baatein

  • हिंदी निबंध संग्रह - Hindi Essay Collection

पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में – Earth Day essay in Hindi

Earth Day essay in Hindi – हमारी भारतीय संस्कृति में पृथ्वी अर्थात धरती को माता (Mother Earth) का दर्जा दिया गया है। ऐसे में हम सभी भारतीयों के लिए पृथ्वी दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है। ब्रह्मांड में कई ग्रह हैं लेकिन जीवन (Life) की संभावना सिर्फ हमारी धरती पर ही संभव है।

विश्व पृथ्वी दिवस को अंग्रेजी में “World Earth Day” कहा जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस को “अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस (International Mother Earth Day)” के रूप में भी मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस को सभी लोग बड़े उत्साह के साथ उत्सव की तरह मनाते हैं, इस दिन बहुत से लोग वृक्षारोपण भी करते हैं।

आज के इस लेख में आप जानेंगे कि पृथ्वी दिवस क्या है? पृथ्वी दिवस क्यों मनाते हैं? पृथ्वी दिवस का इतिहास क्या है? पृथ्वी दिवस कैसे मनाया जाता है? पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है? पृथ्वी दिवस का क्या महत्व है? पृथ्वी दिवस थीम आदि के बारे में।

Table of Contents

विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi)

यह अर्थ डे पर निबंध (Earth Day Essay in Hindi) सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त सिद्ध होगा।

पृथ्वी दिवस क्या है? (What is Earth Day in Hindi)

पर्यावरण से जुड़ी तमाम समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 22 अप्रैल को पूरे विश्व में “विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day)” के रूप में मनाया जाता है। 

पृथ्वी सप्ताह (Earth Day Week): दुनिया भर के कई शहर पूरे एक सप्ताह के लिए पृथ्वी दिवस को पृथ्वी सप्ताह के रूप में मनाते हैं, आमतौर पर 16 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस पर समाप्त होता है।

पृथ्वी दिवस का इतिहास (Earth Day history in Hindi)

एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व पृथ्वी दिवस या World Earth Day मनाने के पीछे का कारण यह है कि 1969 में बड़ी संख्या में लोगों ने सुझाव दिया था कि हमें पृथ्वी के जन्मदिन (Earth’s birthday) को पृथ्वी दिवस (Earth day) के रूप में मनाना चाहिए। उसके बाद वर्ष 1970 से “विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day)” मनाया जाने लगा।

इसके पीछे की कहानी यह है की 28 जनवरी, 1969 को एक घटना घटी जब यूनियन ऑयल प्लेटफॉर्म ए द्वारा ड्रिल किए गए एक कुएं में विस्फोट हो गया और कैलिफोर्निया के सांता बारबरा के तट पर तीन मिलियन गैलन तेल फैल गया। इस घटना के परिणामस्वरूप 10,000 से अधिक समुद्री जीवों की जान चली गई थी।

इस घटना ने दुनिया भर के पर्यावरण कार्यकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया। अमेरिका के लगभग 20 हजार लोगों ने पृथ्वी के पर्यावरण को बचाने के लिए एक आंदोलन शुरू किया था, जिसके बाद लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 1970 से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाने की घोषणा की गई।

इस विशेष दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन (Gaylord Nelson) ने 1970 में पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी। इस प्रकार पहला पृथ्वी दिवस वर्ष 1970 में मनाया गया था और तब से यह दुनिया के 192 संयुक्त राष्ट्र सदस्य देशों द्वारा मनाया जाता है। 

जूलियन कोएनिग (Julian Koning) “Earth Day” ​​यानि “पृथ्वी दिवस” ​​शब्द पेश करने वाले पहले व्यक्ति थे। कोएनिग सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन की 1969 की समिति में थे। साल 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को रूबरू कराया था। 

पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस आंदोलन को मनाने के लिए उन्होंने अपने जन्मदिन की तारीख 22 अप्रैल चुनी और तब से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

साल 1969 में जॉन मैक्कोनेल (John McConnell) ने 21 मार्च को यूनेस्को की बैठक में धरती को नमन करने के लिए पृथ्वी दिवस मनाने का सुझाव दिया था। इसके बाद साल 1970 में पहली बार विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया।

पृथ्वी दिवस मनाने का उद्देश्य क्या है? (Earth Day purpose in Hindi)

पर्यावरण (Environment) ही पृथ्वी पर जीवन का कारण है। वर्तमान समय में पर्यावरण का संतुलन तेजी से बिगड़ रहा है। औद्योगिक क्रांति के बाद से पृथ्वी पर प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण (Environment Protection) का यह कार्य और भी आवश्यक हो गया है।

हमें पृथ्वी की रक्षा (Save Earth) के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। इसके लिए सभी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना जरूरी है। अपने स्तर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में आवश्यक कदम उठाना प्रत्येक पृथ्वीवासी का कर्तव्य है। 

22 अप्रैल का दिन पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है, पृथ्वी दिवस मनाने का एकमात्र उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण करना है। पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए हम अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगा सकते हैं, बाइक, कार या अन्य वाहनों के कम से कम उपयोग पर जोर दे सकते हैं।

वर्तमान समय में पृथ्वी का पर्यावरण बहुत तेजी से नष्ट हो रहा है, हम सभी को पर्यावरण की रक्षा के कर्तव्य का पालन करना होगा और इस अनमोल पृथ्वी को पहले जैसा बनाना होगा।

पृथ्वी दिवस का क्या महत्व है? (Earth Day importance in Hindi)

पृथ्वी दिवस का यह दिन पृथ्वी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझाने के लिए समर्पित किया गया है। हम सभी जीव-जंतु पृथ्वी नामक सुंदर ग्रह पर अपना जीवन व्यतीत करते हैं। पृथ्वी हमें रहने के लिए जगह देती है और इसी धरती के कारण ही हमें भोजन, पानी और यहां तक कि हवा भी मिलती है।

हमारी पृथ्वी ब्रह्मांड में एकमात्र ज्ञात ग्रह है जहां जीवन मौजूद है। पृथ्वी पर जीवन को बचाने के लिए पृथ्वी की प्राकृतिक संपदा को बनाए रखना बहुत जरूरी है।

कुछ दशकों पहले तक पृथ्वी एक सुंदर धरती थी लेकिन आज प्रदूषण के कारण पृथ्वी उतनी सुंदर नहीं रही है, दिन-ब-दिन प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन यह धरती पूरी तरह से खतरे में पड़ जाएगी और फिर इसे नष्ट होने से नहीं रोका जा सकेगा।

प्रदूषण की मात्रा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, यह हरी भरी धरती धीरे-धीरे नष्ट होती जा रही है, पर्यावरण हमें बहुत कुछ देता है, लेकिन वर्तमान में प्रदूषण के कारण पर्यावरण प्रदूषित होता जा रहा है।

हम सभी को मिलकर इस पर्यावरण को बचाने का कर्तव्य निभाना है ताकि पृथ्वी का संतुलन बना रहे।

पृथ्वी दिवस कैसे मनाया जाता है? How is Earth Day celebrated?

पृथ्वी दिवस मनाने के लिए पर्यावरण प्रेमियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों का आयोजन किया जाता है। लोग आने वाली नई पीढ़ियों का स्वागत करने के लिए एक स्वच्छ और स्वस्थ दुनिया बनाने के लिए स्वच्छ पर्यावरण के विषय के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।

इस दिन, हजारों स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र सक्रिय रूप से पृथ्वी से संबंधित बढ़ते पर्यावरणीय ह्रास के मुद्दों जैसे कि दिन-प्रतिदिन पर्यावरण ह्रास, वायु और जल प्रदूषण, ओजोन परत की कमी, औद्योगीकरण, जंगलों की कटाई, जहाजों आदि से पानी में तेल का फैलाव, प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों, बिजली संयंत्रों की तैयारी, कीटनाशकों का उत्पादन और उपयोग आदि के विरोध में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। 

इस दिन, लोग पृथ्वी की सुरक्षा से संबंधित बाहरी गतिविधियों में संलग्न होते हैं, जैसे नए पेड़-पौधे लगाना, सड़क के किनारे का कचरा उठाना, कचरे को रिसाइकिल करना, ऊर्जा संरक्षण आदि।

लोगों में यह जागरूकता फैलाई जाती है कि हमें जितना हो सके पॉलीथिन का प्रयोग कम करना चाहिए। हमें पॉलीथिन के स्थान पर जहां तक हो सके कपड़े के थैले का प्रयोग करना चाहिए।

कुछ लोग सरकार से बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग और अन्य पर्यावरणीय आपदाओं से बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं। लोगों को जागरूक करने के लिए और वास्तविक पर्यावरणीय मुद्दों से निपटने के लिए इस दिन सभी टीवी चैनल इससे जुड़े कार्यक्रमों का प्रसारण भी करते हैं।

विश्व पृथ्वी दिवस लोगों को पृथ्वी के प्राकृतिक वातावरण और इसकी वन संपदा के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। अगर पृथ्वी दिवस को सही तरीके से मनाना है तो पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना होगा इतना ही नहीं हमें घर के आसपास पेड़ पौधे भी लगाने चाहिए।

पृथ्वी को कैसे बचाया जा सकता है?

पृथ्वी है तभी हमारा कल है, पृथ्वी के बिना हमारा कोई अस्तित्व नहीं। इसे बचाना और इसे फलते-फूलते रखना हम इंसानों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। जब हम इसे सुरक्षित रखेंगे तभी हमारी आने वाली पीढ़ियां इस पृथ्वी पर स्वस्थ और परिपूर्ण जीवन जी सकेंगी।

तो आइए जानते हैं कि धरती को बचाने में हम क्या भूमिका निभा सकते हैं:-

1) घर में जल संरक्षण से: हमारी धरती पर पीने योग्य पानी बहुत कम मात्रा में उपलब्ध है। और ये तो हम सभी जानते हैं कि पानी है तो जीवन है और हमारा कल पानी से ही है। हमें योजना बनानी चाहिए और रोजाना पानी बचाना चाहिए। हमें इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि कहीं भी पानी अनावश्यक रूप से न बहे।

2) वायु प्रदूषण को कम करके: वायु प्रदूषण आज पृथ्वी पर एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन गया है। आज हमारी पृथ्वी कारखानों, वाहनों और कई अन्य तरीकों से प्रदूषित हो रही है। प्रदूषण कम करने की जिम्मेदारी हमें स्वयं ही लेनी होगी।

3) अधिक से अधिक पेड़ लगाकर: आज जब हमें पेड़ों को बचाने की जरूरत है तो हम उन्हें असीमित मात्रा में काट रहे हैं। पेड़ हमारे लिए जीवन रक्षक की भूमिका निभाते हैं और पर्यावरण को भी स्वच्छ रखते हैं। पेड़ों की रक्षा करना हर मनुष्य का दायित्व है।

4) बिजली की खपत को कम करके: रोजाना इस्तेमाल होने वाली बिजली की खपत को कम करके भी हम अपनी धरती को नष्ट होने से बचा सकते हैं। दरअसल बिजली के ज्यादा इस्तेमाल से हमारी धरती गर्म हो जाती है, जो पर्यावरण की दृष्टि से बिल्कुल भी सही नहीं है।

पृथ्वी दिवस 2023 की थीम – Earth Day 2023 Theme

पृथ्वी दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसे धरती के पर्यावरण का जश्न मनाने और प्रदूषण के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के लिए चिह्नित किया गया है। पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने और वैश्विक जलवायु संकट में सुधार के लिए हर साल 22 अप्रैल को यह दिवस मनाया जाता है।

हर साल पृथ्वी दिवस मनाने के लिए एक थीम तय की जाती है और इस थीम के आधार पर लोगों को जागरूक किया जाता है। पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारे ग्रह में निवेश करें (Invest in Our Planet)” है।

यह थीम दुनिया भर के व्यवसायों, सरकारों और नागरिकों के लिए हमारे पर्यावरण में सुधार करने और हमारे आने वाली पीढ़ियों को बेहतर और सुरक्षित भविष्य देने के लिए हमारे ग्रह में निवेश करने की आवश्यकता के लिए तैयार की गई है।

Read also: (50+) पृथ्वी दिवस पर नारे और स्लोगन – Slogan On Earth Day In Hindi 2023

निष्कर्ष 

आज मनुष्य और जीवन शब्द पृथ्वी नामक ग्रह के कारण ही अस्तित्व में है, यदि यह पवित्र पृथ्वी न होती तो आज जीवन का अस्तित्व न होता। हम सभी को हमेशा धरती का शुक्रगुजार होना चाहिए क्योंकि धरती आज हम जीवित हैं। हम सभी मिलकर प्रयास कर सकते हैं और इस वातावरण में वृक्षारोपण कर धरती को पहले जैसा बना सकते हैं।

पृथ्वी दिवस लोगों के लिए अपने व्यस्त जीवन से समय निकालकर पर्यावरण पर मानवता के प्रभाव पर विचार करने और नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण दिन है।

FAQ – Earth Day essay in Hindi

Q – पृथ्वी दिवस की शुरुआत कब हुई? A – पृथ्वी दिवस की शुरुआत साल 1970 में हुई थी।

Q – पृथ्वी दिवस की घोषणा किसने की थी? A – पृथ्वी दिवस की घोषणा अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने की थी।

Q – पृथ्वी दिवस 2023 कब है? A – इस वर्ष पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 2023 शनिवार को है।

Q – पृथ्वी दिवस 2023 की थीम क्या है? A – पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारे ग्रह में निवेश करें (Invest in Our Planet)” है।

—————————————-//

अन्य लेख पढ़ें:

  • ग्रीष्म ऋतु पर निबंध – Essay on summer season in Hindi
  • गर्मी की छुट्टी पर निबंध – Essay On Summer Vacation in Hindi
  • भ्रष्टाचार पर निबंध – Essay on corruption in Hindi
  • रेल यात्रा पर निबंध – Essay on Train Journey in Hindi
  • पुस्तक पर निबंध – Pustak Par Nibandh In Hindi
  • डिजिटल इंडिया पर निबंध – Digital India Essay in Hindi
  • कंप्यूटर पर निबंध – Computer Essay In Hindi
  • शिक्षा पर निबंध – Essay On Education In Hindi
  • प्रदूषण पर निबंध – Pollution Essay in Hindi

आशा है कि आपको पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में – Earth Day essay in Hindi पसंद आया होगा। इसे अपने दोस्तों के साथ भी Share करे, हमारे अगले Post प्राप्त करने के लिए हमें Subscribe करे और हमारा Facebook page Like करे, अपने सुझाव हमें Comments के माध्यम से दे।

Enjoy this blog, Please share this

  • Share on Tumblr

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiKhojijankari

विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध हिंदी में । Speech & Essay on Earth Day in hindi

पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध Speech-&-Essay-on-Earth-Day-in-hindi

विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध व भाषण कैसें लिखें, अर्थ डे का इतिहास और महत्व, पृथ्वी दिवस थीम 2023 (Speech & Essay on Earth Day in hindi, Speech on Earth day in hindi, Earth Day Essay in hindi, Global Warming Effects on Earth)

Earth Day Speech & Essay २०२३ : आज का यह निबंध पृथ्वी दिवस पर दिया गया है। इस में निबंध के साथ साथ भाषण भी शामिल है। इसमें आप जानेंगे की पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? पृथ्वी दिवस का इतिहास? पृथ्वी दिवस 2023 की थीम? पृथ्वी दिवस का महत्व? पृथ्वी दिवस का ध्वज? आप सभी को पृथ्वी दिवस के बारे में और भी रोचक तथ्य जानने को मिलेंगे। तो आइये दोस्तों पढ़ते है इस निबंध और भाषण को। 

पृथ्वी दिवस एक वार्षिक पर्व है जिसका आयोजन हम हर साल विश्व भर में पर्यावरण संरक्षण के लिए करते हैं। विश्व भर में पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों के बारे में लोगो में जागरूकता फैलाना है। यह हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस की स्थापना सन् 1970 में अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने पर्यावरण शिक्षा के रूप में की थी। पृथ्वी दिवस को अब 192 से भी अधिक देशो में हर वर्ष मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस का संक्षिप्त विवरण (Speech & Essay on Earth Day in hindi)

पृथ्वी दिवस दिवस क्यों मनाया जाता है?ग्लोबल वार्मिंग दुष्प्रभावों को रोकना, पर्यावरण को सुरक्षित करना
पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है?22 अप्रैल
पहली बार कब शुरु हुआ?नेल्सन मंडेला ने 22 अप्रैल 1970
किसने इसकी शुरुआत कीअमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन
कहां- कहां मनाया जाता है।भारत सहित पूरे विश्व में
पृथ्वी दिवस की थीम 2023हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें

विषय–सूची

पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध (Speech & Essay on Earth Day in hindi)

पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है.

पृथ्वी दिवस को अब इंटरनेशनल दिवस के रूप में मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस को अब हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है पृथ्वी दिवस मानाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि मनुष्य अपने जीवन में पर्यावरण का महत्व समझ सकें। पृथ्वी हम सभी के लिए कितनी ज़रूरी है। पृथ्वी को स्वच्छ बनाये रखना, प्रदूषण कम करना इत्यादि। इस दिन पृथ्वी को बचाने तथा स्वच्छ रखने का संकल्प (RESOLUTION) लिया जाता है।

यह दिवस सभी स्कूल तथा कॉलेज में मनाया जाता है जिससे सभी बच्चों को पृथ्वी को बचाये रखने का महत्व समझ आ सके। इस दिन कई कार्यक्रम भी किये जाते है जैसे – भाषण देना, नाटक के द्वारा लोगो में जागरूकता फैलाना, पृथ्वी बचाओं से सम्बंधित गीत, स्लोगन , पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है है। जैसे जैसे पर्यावरण में परिवर्तन के दुष्परिणाम सामने आते जा रहे है, तो इसके महत्व पर ज़्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। यह एक दिन है जहा करोडो लोग मिल कर पर्यावरण की चुनौतियां जैसे -ग्लोबल वार्मिंग , प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने लम्हे और जागरूक हो और तेज़ी लाए।

पृथ्वी से हमे कई प्रकार के प्राकृतिक संसाधन प्राप्त है। प्राकृतिक संसाधन प्रकृति से प्राप्त होते है तथा उनका उत्पादन सीमित होता है। परन्तु मनुष्य इन संसाधनों का तेज़ी से दोहन कर रहे हैं, यह संसाधन ख़तम होने की कागार पर हैं और इसी के कारण केवल मनुष्य जीवन नहीं बल्कि पूरी पृथ्वी के जीवों विनाश हो सकता है। पृथ्वी पर हर दिन प्रदूषण की मात्रा में निरंतर वृद्धि हो रही है इससे तापमान में भी बदलाव आ रहे हैं जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है , बड़े-बड़े ग्लेशियर पिघल रहे हैं।

आईपीसीसी के रिर्पोर्ट के मुताबिक 19वीं सदी तक समुंद्र का 20 प्रतिशत जलस्तर बढ़ चुका है पर्यावरण शोधकर्ताओं के अनुसार 2100 तक पृथ्वी के छोटे बड़े द्वीप समूह लक्षद्वीप पूरी तरह डूब जाएंगे।। यदि मनुष्य ने समय रहते इसे न रोका तो पृथ्वी का एक बड़़ा हिस्सा जल मग्न हो जाएगा।

पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध Speech-&-Essay-on-Earth-Day-in-hindi

पृथ्वी दिवस का इतिहास? (Earth Day History in hindi)

पृथ्वी दिवस ( WORLD EARTH DAY) सबसे पहले 1970 में मनाया गया था। अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने सबसे पहले अर्थ डे की शुरुआत शिक्षा के रूप में की थी। इस दिवस की घोषणा से 1 वर्ष पहले 1969 में सांता बारबरा कैलफोर्निआ में तेल का रिसाव हुआ था। इस कारण उस समय बहुत नुकसान हुआ था। इस घटना को देखकर नेल्सन ने एक कार्यक्रम किया था।

यह कार्यक्रम पर्यावरण की समस्या को सुलझाने के लिए और लोगो में पर्यावरण की जागरूकता फ़ैलाने लिए किया गया था तथा नेल्सन मंडेला ने 22 अप्रैल 1970 को पहली बार यह दिवस मनाया। इस दिवस को मानाने का मुख्या कारण तेल रिसाव, विषैले पदार्थ, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टीरिया, जंगलों का कटाव तथा जीवों के विलुप्ती की समस्या थी। तथा अन्य पर्यावरण से सम्बंधित अन्य मुद्दों को भी लाया गया। 1970 से हर वर्ष पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्ध में शरद ऋतु में मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस थीम? (Earth Day 2023 Theme)

इस वर्ष के विश्व पृथ्वी दिवस की थीम, “हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें”( RESTORE OUR EARTH ) ग्रह के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देती है। विषय मानता है कि पर्यावरण और प्राकृतिक दुनिया को होने वाली क्षति वनों की कटाई, प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन जैसी मानवीय गतिविधियों का परिणाम है। विषय ग्रह के प्राकृतिक संतुलन को बहाल करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्रवाई करने का आह्वान करता है।

पृथ्वी दिवस का महत्व?

जिस धरती पर हम रह रहे है जो हमे जीवित रहने के प्राकृतिक संसाधन प्रदान कर रही है , उसी धरती को साफ़ – सुथरा और हरा – भरा रखना हमारा परम कर्त्तव्य है। यह प्रकृति हमे जीवित रहने के जो संसाधन देती है वे सब मुफ्त होते है जैसे – सूर्य , जल , वायु , हरयाली और भी बहुत सी चीज़े जो इस धरती ने हमे एक तोहफे के रूप में दी है। इस पृथ्वी पर हर वो वस्तु उपलब्ध है जिसकी हम सबको ज़रुरत है , कुछ वस्तुए ऐसी है जो मानव निर्मित है और बहुत से प्रकृति की देंन है , प्राकृतिक वस्तुए सीमित है। इन वस्तुओं का उपयोग हमे केवल अवश्यक कामो के लिए करना चाहिए।

यदि हम  अपने जीवन को स्वस्थ ,और खुशहाल चाहते है तो इसके लिए हम सभी को पृथ्वी और पर्यावरण के प्रति आम जनता में जागरूकता फैलानी होगी , परन्तु यह कुछ लोगो के जागरूक होने से नहीं होगा इसके लिए पूरी मानव जाती को सहयोग करना होगा ,बताए गए समाधानों पर कार्य करना होगा और इस धरती को हरा – भरा बनाने के लिए पेड़ – पौधे लगाने होंगे। यह सब कार्यो का लाभ भी हम सभी को मिलेगा। एक स्वस्थ जीवन , प्रदूषण मुक्त वातावरण , सांस लेने योग्य शुद्ध वायु और भी बोहत से लाभ है जो हमे इस धरती को स्वच्छ बनाने से मिलेंगे।

एक जागरूक नागरिक के रूप में हमे ऐसी वस्तुओ का उपयोग नहीं करना होगा जिससे इस पर्यावरण और हमारी पृथ्वी को नुक्सान हो जैसे – प्लास्टिक की चीज़ो का उपयोग न करना इत्यादि। 

पृथ्वी दिवस पर भाषण (SPEECH ON EARTH DAY IN HINDI )

नमस्ते दोस्तों , आज मई आप सभी के समक्ष पृथ्वी दिवस के उपलक्ष में एक भाषण प्रस्तुत करना चाहती/चाहता हूँ ,

जैसा की आप सब जानते हैं आज 22 अप्रैल यानी की पृथ्वी दिवस है, आप सब जानते  है की जिस पृथ्वी पर हम रह रहे है उसे स्वच्छ रखना , प्रदूषण रहित रखना कितना ज़रूरी है। जैसे की अगर हम अपने आस पास  स्वछता नहीं रखेंगे तो हम बीमार हो सकते है जिसका नुक्सान केवल हम ही को होगा , ऐसे ही हमरी यह पृथ्वी है इसे भी साफ़ रखना , प्रदूषण रहित रखना आवश्यक है वर्ण इसके काफी बुरे प्रभाव हो सकते है जिससे केवल कुछ लोगो को ही नहीं अपितु पृथ्वी को तथा यहाँ रह  लोगो को नुक्सान पोहोंच सकता है। यदि हम बात करे प्राकृतिक संसाधनों की तो वह प्रकृति की देंन है और सीमित भी है ,जिनके समाप्त होने से इस पृथ्वी के कुछ महत्वपूर्ण कार्य रुक सकते है। मनुष्य प्राकृतिक संसाधनों को समाप्त कर रहा है, जिससे हमे ही नुकसान पहुंचेगा। आप सभी के मन में यह प्रश्न ज़रूर होगा की इस दिन को मानाने का उद्देश्य क्या है ?

इस दिन को मानाने का उद्देश्य लोगो को पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जहां मनुष्य, पशु , पक्षी , प्राकृतिक वनस्पति और पेड़ – पौधो का जीवन संभव है। पृथ्वी पर जीने के लिए वायु, पानी  और भोजन की आवश्यकता होती है।  पृथ्वी से हमे हवा, पानी , पेड़-पौधे, नदियां और अनेक प्रकार के खनिज संपदा जैसे: सोना, कोयला, हीरा, लोहा, एल्युमीनियम, स्टील, पेट्रोल, डीज़ल आदि सम्मिलित है यह हमे ज़मीन या समुद्र तल से ही मिलते है।

धरती पर बढ़ते प्रदूषण की वजह से ओजोन की परत को भी नुक्सान हो रहा है जो हम मनुष्यो के लिए खतरनाक है। धरती की रक्षा के लिए हमे नए-नए और ज़्यादा से ज़्यादा पेड़-पौधे उगने चाहिए , जितना हो सके उतनी स्वछता बनाये रखनी है, बिजली, पानी की बचत करनी चाहिए, जंगलो को काटने व जलाना नहीं चाहिए, जनसँख्या वृद्धि पर रोक लगानी चाहिए।  ऐसा करने से वातावरण में ऑक्सीज़न की मात्रा बढ़ेगी और कार्बनडाईऑक्साइड की मात्रा कम होगी।  पेड़ लगाकर अपने  आस-पास वातावरण को स्वच्छ तथा सुन्दर बनाने के साथ पशु-पक्षी के आवास, पानी और भोजन भी प्रदान कर सकते है।  हम सभी नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोंतों (Recycled Energy Resources) को अपनाना चाहिए।  इस प्रकार पृथ्वी को संरक्षित किया जा सकता है।  केवल इसी के महत्व को समझने के लिए हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। हम आशा करे हैं की आप सभी ने इस दिन के महत्व को समझा होगा और पृथ्वी को बचाने के लिए बताए गए सभी समाधानों पर कार्य करेंगे और अपनी इस सुन्दर पृथ्वी को बचाए रखेंगे। 

Leave a Comment Cancel reply

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Hind Patrika

Hind Patrika

Hind Patrika is India's leading Hindi Blog for Hindi Status, Hindi Quotes, Hindi Inspirational Stories, Hindi How to Guide and much more.

  • Miscellaneous

Earth Day Essay in Hindi | पृथ्वी दिवस पर निबंध

Earth day essay in hindi.

Earth Day Essay in Hindi : आज हम आपके लिए खेती बाड़ी से जुड़ी बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियाँ लेकर आएं हैं. पृथ्वी पर सबसे चालाक प्राणी मनुष्य अपनी संख्या बढाते हुवे इस समय 7.35 अरब तक पहुँच गया हैं और अपनी आवश्यकताओ पर केन्द्रित हो कर इस पृथ्वी पर संसाधनों का दोहान एवं वातावरण को प्रदूषित कर रहा हैं जिससे पृथ्वी के नीचे का जल स्तर कम होता जा रहा हैं, कम होता जंगल क्षेत्र वातावरण में जहरीली गैसों से बढ़ता तापमान तथा जिसके कारण पृथ्वी प्रलयकारी सुनामी, भूकंप जैसी विनाशलीला पृथ्वी दिखा रही हैं इसके बावजूद भी आज हम सावधान नहीं हुवे तो वो दिन दूर नहीं जब आपके संपत्तियों को पीने हेतु पानी तथा खाने के लिए भोजन तथा जीने हेतु उचित वातावरण नहीं मिलेगा. तब पूछेंगे की आप एक पृथ्वी के एक सबसे समझदार प्राणी होने के बावजूद पृथ्वी के eco – system को स्वस्थ रखने के लिए कोई ठोस उपाय क्यूँ नहीं उठाए जिससे हम और हमारी सम्म्पतियो का जीवन सुख में एवं सुरक्षित रहे इसलिए आज हम विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर ये लेख लेकर आएं हैं.

Also Check :  Importance of Water in Hindi

Earth Day Essay in Hindi

Earth Day Essay in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस : विश्व पृथ्वी दिवस इस संसार में माँ को भगवान् से भी बढ़कर स्थान दिया गया हैं क्यूंकि वो ना सिर्फ हमे जन्म देती हैं बल्कि हमे पाल पोसकर जीने और इस दुनिया में रहने के लायक बनाती हैं. माँ अगर पलभर के लिए भी हमसे दूर हो जाए तो कितना बुरा लगता हैं न? और कल को खुदा ना करे की माँ बीमार हो जाए तो हम पर क्या बीतती हैं ये हम जानते ही हैं लेकिन माँ के प्रति प्रेम, भक्ति और भावना उस वक़्त कहाँ चली जाती हैं जब हम प्रकृति पर अत्याचार करते हैं. एक माँ तो हमे जन्म देती हैं पर यह पृथ्वी भी तो एक माँ ही हैं जो हमे ना सिर्फ जीने के लिए स्थान देती हैं बल्कि हमे भोजन भी देती हैं इसी पृथ्वी से जीने के लिए हवा मिलती हैं. भगवान् ने पृथ्वी पर स्वर्ग बनाया लेकिन इंसान ने नरक हम इतने अभिमानी कैसे हो सकते हैं यह ग्रह हमेशा से हमसे शक्तिशाली था, हैं और रहेगा.

Also Check :  5 Benefits of Water in Hindi | 5 चौकाने वाले पानी के फायदे

Earth Day Essay in Hindi

Earth Day Essay in Hindi : हम इसे नष्ट नहीं कर सकते अगर हम अपनी सीमा लांघते हैं तो यह ग्रह बस हमे अपनी सतह से मिटा देगा और खुद जीवित रहेगी. इस बारे में बात क्यूँ नहीं शुरू करते हैं की कही ये ग्रह हमारा ही विनाश ना कर दे. आज विश्व भर में हर जगह प्रकृति का दोहन जारी हैं कही फक्ट्रियो का गन्दा जल हमारे पीने के पानी में मिलाया जा रहा हैं तो कही गाडियों से निकलता धुंवा हमारे जीवन में जहर घोल रहा हैं और घूम फिर कर यह हमारी पृथ्वी को दूषित बनाता हैं जिस पृथ्वी को हम माँ का दर्ज़ा देते हैं उससे हम खुद पानी ही हाथो दूषित करने में कैसे लगे रहते हैं. इस तरह पृथ्वी पर बढ़ते प्राकृतिक स्रोत का दोहन और प्रदुषण की वजह से global warming भी बड़ी और विश्व स्तर पर लोगो को चिंता होनी शुरू हुई. आज global warming यानी जल वायु परिवर्तन पृथ्वी के लिए सबसे बड़ा संकट बन गया हैं.

Also Check :  श्रीमद् भगवद् गीता श्लोक।

Earth Day Essay in Hindi

Earth Day Essay in Hindi : 22 अप्रैल 1970 को पहली बार इस उद्देश्य से पृथ्वी दिवस मनाया गया था की लोगो को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके. पृथ्वी दिवस की स्थापना अमेरिकी सीनेटर गिलोर्ट नाल्सों के द्वरा 1970 में एक पर्यावरण की शिक्षा के रूप में की गयी थी. 1970 से 1990 तक यह पुरे विश्व में फ़ैल गया. 1990 से इससे अंतराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा और 2009 में संयुक्त राष्ट्र ने भी 22 अप्रैल को विश्व पपृथ्वी दिवस में मनाने की घोषणा कर दी लेकिन मात्र 1 दिन पृथ्वी दिवस के रूप में मना कर हम पृथ्वी को बर्बाद होने से नहीं रोक सकते हैं इसके लिए हमे बड़े बदलाव की जरुरत हैं. हवा में बाते तो सभी करते हैं लेकिन ज़मीनी हकीकत से जुड़कर भी कुछ करना होगा तभी हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे पृथ्वी माँ को नुक्सान पहुंचे और अगर ऐसा कोई काम करना भी पड़े तो उसके नुक्सान को पूरा करने के लिए जरुर उचित कदम उठाएंगे. इस बार पृथ्वी दिवस का विषय एवं उद्देश्य जल जो प्रकृति की सबसे अनमोल चीज़ हैं उसको कैसे स्वस्थ एवं सुरक्षित रखा जाए क्यूंकि विश्व प्रकृति अपनी दयनीय व्यथा कह रही हैं. क्यूंकि जल का सबसे ज्यादा दोहन एवं प्रदुषण किया जा रहा हैं, नदियों, तालाबो एवं झीलों में अब जल नहीं मॉल मूत्र बह रहा हैं, कही सूखा तो कही बाढ़. प्रकृति अपने बचाव के लिए दस्तक दे रही हैं.

Also Check :  एक किसान की पुकार

Earth Day Essay in Hindi

Earth Day Essay in Hindi : आप लोगो की जानकारी हेतु बता दे की पृथ्वी मात्र 2.5 प्रतिशत ताज़ा जल ही उपलब्ध हैं तथा शेष 97.5 प्रतिशत खारा जल है. जहाँ तक अपने देश की बात हैं प्रतिवर्ष लगभग 3840 अरब घन मीटर वर्षा जल प्राप्त होने के बावजूद भी इसका 65% भाप एवं वाष्पोत्सर्जन के द्वारा उड़ जाता हैं तथा शेष 35% जल यानी 1340 अरब घन मीटर हमारे लिए काफी पर्याप्त हैं क्यूंकि जो देश में पानी की मांग हैं वो आज के समय में केवल 605 अरब घन मीटर ही हैं परन्तु उसका भी 50% जल नाले नदियों से हो कार समुद्र में चला जाता हैं. हमारे देश में सन 1951 प्रति व्यक्ति 4177 घ n मीटर पानी की उपलब्धता थी वही सन 2011 में प्रति व्यक्ति 1545 घन मीटर पानी की उपलब्धता थी. अगर यही परिस्थिति रही तो सन 2025 में 1345 घन मीटर पानी प्रति व्यक्ति उपलब्धता रहेगी. लगभग हमारी कृषि मुख्य रूप से वर्षा पर आधारित हैं और हमारी खेती तथा अन्य धंधो के लिए पानी की उपलब्धता मुख्यता इन स्रोतों से होती हैं.

Also Check :  20 बेहतरीन और प्यारे Good Night Quotes हिन्दी में

Earth Day Essay in Hindi

Earth Day Essay in Hindi : अब हमे जगना व् जगाना हैं. हर शहर, कस्बो और गाँवों में जाना होगा और कैसे बचाए इस पृथ्वी को ये दुनिया को सिखाना होगा. पृथ्वी की खतरे की त्रासदी कही भूकंप, सुनामी व ज्वालामुखी आदि समस्याओं ने विवश कर दिया हैं की आज हम इसकी सुरक्षा की ओर ध्यान दे. इस विकत समस्या से निपटने के लिए हमे हर स्तर पर प्रयास करना होगा जिसके तहत सबसे पहले बात आती हैं भूमि संरक्षण की. इके लिए सुव्यवस्थित तथा सुनियोजित प्रणाली को अपनाने की व्यवस्था, मृदा अपरदन को रोकने के लिए मेड बंदी, बंजरता को रोकने के लिए हरियाली आदि को बढ़ावा देने हेतु सामाजिक वानिकी के रहस्यों को रहस्यों को समझ कर इन क्षेत्रो में अपनाने की जरुरत हैं. इससे ना सिर्फ भूमि संरक्षण में मदद मिलेगी बल्कि भूमि जल स्तर में विर्द्धि के साथ साथ वायु शुद्धिकरण भी संभव हो सकेगा.

Also Check :  श्रीमद् भगवद् गीता के अनमोल वचन

Earth Day Essay in Hindi

Also Check :  Facebook Quotes about Life in Hindi

Earth Day Essay in Hindi

Related Posts

jhansi-ki-rani-in-hindi

रानी लक्ष्मीबाई की जीवनी | झांसी का युद्ध और मृत्यु

environment in hindi

पर्यावरण पर निबंध

3 thoughts on “ earth day essay in hindi | पृथ्वी दिवस पर निबंध ”.

So good essay … I’m proud to read this essay…

thank You Mistee Kaput 🙂

bahut hi achhi jankari

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed .

Sudhbudh

Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर आसान भाषण

Earth Day Speech in Hindi

Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण

पृथ्वी दिवस के महत्व के बारे में जानें और हम अपने ग्रह की रक्षा के लिए कैसे कार्रवाई कर सकते हैं। छात्रों के रूप में, हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने दैनिक जीवन में ऐसे परिवर्तन करें जिनका पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। हमें हमारी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करने और आज जीवन में बदलाव लाने के लिए वैश्विक आंदोलन में शामिल होना होगा। अधिक जानने के लिए एक छात्र द्वारा पृथ्वी दिवस पर यह भाषण पढ़ें।

Earth Day Speech in Hindi

Earth Day Speech : पृथ्वी दिवस के दिन स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के भाषण और स्पीच 

Earth Day Speech in Hindi : आदरणीय अध्यापक गण, प्रिंसिपल सर एवं मेरे प्यारे साथियों, सबको सुप्रभात, आज मैं आपसे पृथ्वी दिवस के बारे में बात करना चाहता हूं, जो 22 अप्रैल को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस पर्यावरण के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में कार्रवाई करने का दिन है।

पृथ्वी दिवस पहली बार 1970 में मनाया गया था, और तब से, यह एक वैश्विक आंदोलन बन गया है जो हमारे अपने ग्रह की रक्षा के लिए लोगों को एक साथ लाता है। युवा छात्रों के रूप में, हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण की देखभाल करें और यह सुनिश्चित करें कि आने वाली पीढ़ियां उसी सुंदरता और संसाधनों का आनंद ले सकें जो आज हमारे पास हैं।

पृथ्वी दिवस हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि हमारे रोज़ाना कार्यों का ग्रह पर क्या प्रभाव पड़ता है। यह हमारे द्वारा पर्यावरण को हुए नुकसान को प्रतिबिंबित करने और उस नुकसान को दूर करने की दिशा में कदम उठाने का एक महत्वपूर्ण दिन है। पृथ्वी दिवस के प्रेरणा भरे कार्यक्रमों में भाग लेकर हम पर्यावरण के मुद्दों के बारे में समाज को जागरूक कर सकते हैं और दूसरों को अपने दैनिक जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।

पृथ्वी दिवस 2023 की थीम “हमारी पृथ्वी की पुनर्स्थापन” “इनवेस्ट इन ऑवर प्लेनेट” है, जो ग्रह को पुनर्स्थापित करने की दिशा में कार्रवाई करने की आवश्यकता पर जोर देती है। यह विषय स्वीकार करता है कि हमने पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाया है, और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे बेहतर बनाने की दिशा में कार्रवाई करें। यह व्यक्तियों, समुदायों और सरकारों के लिए एक स्थायी भविष्य की दिशा में मिलकर काम करने का आह्वान है।

छात्रों के रूप में, ऐसे कई कार्य हैं जो हम बदलाव लाने के लिए कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक जो हम कर सकते हैं वह है अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करना। हम सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके या ड्राइविंग के बजाय जहाँ तक संभव हो पैदल चलें। लाइट और इलेक्ट्रॉनिक्स का उपयोग नहीं होने पर उन्हें बंद करके अपनी ऊर्जा की खपत को कम कर सकते हैं। हम सामुदायिक सफाई कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं और पर्यावरण को फिर से हरा भरा करने के लिए पेड़ लगा सकते हैं।

अंत में, पृथ्वी दिवस हमारे ग्रह पर हमारे कार्यों के प्रभाव को प्रतिबिंबित करने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में कार्रवाई करने के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। हमें धरती को हरा भरा और बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आने वाली पीढ़ियां उसी सुंदरता और संसाधनों का आनंद ले सकें जो आज हमारे पास हैं।

युवा छात्रों के रूप में, हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण का ध्यान रखें और अपने दैनिक जीवन में ऐसे परिवर्तन करें जिनका ग्रह पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। आइए हम एक साथ काम करें और अपनी पृथ्वी को पुनर्स्थापित करें।

याद रखें, हर छोटा कार्य एक बड़ा बदलाव ला सकता है। आइए हम सब अपने ग्रह की रक्षा करने में अपना योगदान दें। धन्यवाद।

School Prayer: हमको मन की शक्ति देना / Humko Man ki Shakti Dena

School prayer: दया कर दान विद्या का / daya kar dan vidya ka.

  • नैतिक मूल्य का महत्व: Jeevan Me Naitik Shiksha Ka Mahatva

Share this:

' src=

Sudhbudh.com

Related posts.

National Technology Day

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 11 मई : परिचय, महत्व और भूमिका

Labour Day Speech Essay In Hindi

Labour Day Speech Essay In Hindi | मजदूर दिवस पर भाषण निबंध

Hum Ko Man Ki Shakti Dena

World Water Day Speech: विश्व जल दिवस पर भाषण

cbse date sheet

फर्जी सैंपल पेपर के संबंध में CBSE की तरफ से महत्वपूर्ण सूचना जारी, पढ़ें

Leave a reply cancel reply.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

  • Terms and Conditions
  • Hindi Kahani

धरती माँ के त्योहार पृथ्वी दिवस पर हिंदी निबंध

World earth day essay in hindi , विश्व पृथ्वी दिवस पर निबन्ध.

प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस | World Earth Day मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पृथ्वी के संरक्षण और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ये Earth Day आयोजित किया जाता है, जिसके जरिये लोग जागरूक होकर अपनी धरती का सम्मान करे, और पृथ्वी पर पर्यावरण और पारिस्थितिक तंत्र बनाये रखने में अपना योगदान दे.

तो आइये इस World Earth Day पर विश्व पृथ्वी दिवस निबन्ध, World Earth Day Essay, Earth Day Essay Hindi, Vishva Prithvi Diwas, Dhararti Diwas पर हिन्दी में निंबध, Essay, Prithvi Diwas par Nibandh in Hindi शेयर कर रहे है, जिन्हें आप अपने स्कूलों में भी लिख सकते है, पृथ्वी दिवस पर भाषण दे सकते है, और लोगो को World Earth Day के जरिये पर्यावरण के प्रति जागरूक कर सकते है.

पृथ्वी दिवस पर निबन्ध

Essay on earth day in hindi.

बाद में धीरे धीरे इस विश्व पृथ्वी दिवस में दुनिया के 192 देशो से अधिक देश इस World Earth Day के सदस्य बन गये. जिन सभी सदस्य देशो का उद्देश्य पृथ्वी पर बढ़ते प्रदुषण को रोकना, पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देना होता है.

Table of Contents :-

पृथ्वी हमारा घर है, और यह धरती हमारी माता के समान है, जिनसे हमे भोजन, पानी, वायु सबकुछ इसी धरती से ही मिलता है, ऐसे में हम सभी का यह कर्तव्य बनता है की इस धरती की रक्षा करे,

प्रकृति ने हमे सूर्य, चाँद, हवा, जल , धरती, नदियां, तालाब, पहाड़, हरे-भरे वन, समुंद्र, खनिज सम्पदा धरोहर के रूप में हमारी सहायता के लिए प्रदान किये हैं, जो की एक निश्चित और सीमित मात्रा में है,

ऐसे में यदि हम अपने भौतिक साधनों की पूर्ति के लिए पृथ्वी का ऐसे ही दोहन करते रहेगे, तो निश्चित ही एक दिन ऐसा समय आएगा, जो की ये चीजे खत्म भी हो सकती है, या उनके खत्म होने से प्रकृति में असंतुलन पैदा हो सकता है,

जिसका खामियाजा हमे ही भुगतना पड़ सकता है, इन इन असंतुलन में भूकम्प, अत्यधिक वर्षा, सुखा, बाड़, प्राकृतिक तबाही इसके ऐसे अनेको उदहारण है, जो कही न कही ये सभी धरती के गुस्से को ही दिखाती है,

तो ऐसे में यदि हम सभी समय रहते नही चेते तो आने वालो भविष्य में ऐसे अनेको प्राकृतिक आपदाओ का सामना करना पड़ सकता है, जिसे पार पाना आम इन्सान के बस के बाहर की बात है.

तो ऐसे में लोगो को जागरूक करने के लिए प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस | World Earth Day मनाया जाता है, जिसके जरिये लोगो को जागरूक किया जा सके.

यह दिन अपनी इस प्यारी धरती को बचाने के लिए चिन्तन करते है, और नये नये उपायों को तलाशते है, जिसके जरिये इस सुंदर धरती की खूबसूरती भी बनी रहे, और इंसानों की आवश्कताओ की पूर्ति भी होती रहे.

पृथ्वी दिवस के जरिये एक तरफ धरती से जहा अंधाधुंध पेड़- पौधे कटते जा रहे है, तो इसके जरिये लोगो को ज्यादा से ज्यादा पेड़- पौधे लगाने के लिए प्रेरित कर सकते है.

इसके अलावा प्रदुषण को रोकने, गंदगी के अम्बार को पुन उपयोग में लाने, साफ़ सफाई के प्रति भी लोगो को जागरूक किया जा सकता है.

पृथ्वी दिवस कैसे मनाया जाता है

Earth day kaise manaye.

विश्व पृथ्वी दिवस को मनाने के लिए अनेक सामाजिक जन चेतना के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है, जिनके जरिये लोगो को धरती की संरक्षण और इसकी उपयोगिता पर महत्व डाला जाता है. ऐसे में हर किसी का यह कर्तव्य भी बनता है की वह पृथ्वी दिवस जरुर मनाये.

पृथ्वी दिवस मनाने के लिए हम लोगो को पेड़ पौधे लगाने के जागरूक कर सकते है, या खुद वृक्षारोपण का कार्यक्रम चला सकते है, लोगो को कम प्रदूषण करने, पोलीथिन का कम उपयोग करने , साफ सफाई रखने के लिए प्रेरित कर सकते है, स्वच्छता कार्यक्रम चलाकर धरती को स्वच्छ और सुंदर बना सकते है.

विश्व पृथ्वी दिवस का महत्व

World earth day mahatva in hindi.

हमारे देश भारत में भारत की धरती को माता के समान माना गया है, जिसे हम माँ भारती, धरती माँ आदि से सम्बोधित करते है, ऐसे में हम पृथ्वी दिवस का हम सभी के लिए और भी अधिक महत्व बढ़ जाता है.

जैसे की हमारे बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा राष्ट्रीय गीत में भी कहा गया है –

सुजलाम सुफलाम शस्य श्यामलाम

यानि हे धरती माता मैं आपके सामने नतमस्तक होता हूँ, जो की यह धरती चारो तरफ पानी से युक्त धरती को सीचती हुई, फलों से बाग़ बगीचे भरे हुए, दक्षिण दिशा से चलने वाली शांत हवाये, कटाई की फसलों के साथ ही धरती को और भी सुंदर बनाती है.

तो ऐसे में यह धरती हमारे जीवन जीने का मुख्य स्त्रोत है, बिना धरती के हम जीवन की कल्पना भी नही कर सकते है. इतने विशाल ब्रह्माण्ड में धरती ही एक मात्र ऐसा ग्रह है,

जिसपर जीवन सम्भव है, ऐसे में हम सभी को धरती के महत्व को समझते हुए प्रकृति के साथ तालमेल बनाकर ही जीवन जीने के सुलभ रास्तो पर चलना चाहिए. तभी यह धरती सुरक्षित रहेगा और फिर हम सुरक्षित रहेगे.

  • प्रकृति पर अनमोल विचार
  • पृथ्वी दिवस नारे
  • पृथ्वी दिवस पर अनमोल विचार

होली पर निबंध बहुत ही बढ़िया 150 शब्दों में

होली पर निबंध 100 शब्दों में – holi par nibandh 100..., होली पर निबंध 500 शब्दों में – holi par nibandh 500..., होली पर निबंध 250 शब्दों में – holi par essay 250....

Prithvi divas ka hamare jivan me kya mahatva hai.

योगेन्द्र अगर पृथ्वी को अपना घर मानते है, तो आप अपने घर होने का महत्व खुद से जान सकते है.

LEAVE A REPLY Cancel reply

  • Privacy Policy
  • Now Trending:
  • Nepal Earthquake in Hind...
  • Essay on Cancer in Hindi...
  • War and Peace Essay in H...
  • Essay on Yoga Day in Hin...

HindiinHindi

Essay on earth in hindi पृथ्वी पर निबंध.

Read an essay on Earth in Hindi पृथ्वी पर निबंध. Essay on Earth in Hindi for students of class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 and 12.

Essay on Earth in Hindi

Essay on Earth in Hindi 150 Words

पृथ्वी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। पृथ्वी हमारे सौरमंडल का एकमात्र ग्रह है जहां जीवन पाया जाता है। यहां पर मनुष्य के साथ-साथ लाखों प्रजातियां पाई जाती है। पृथ्वी का एक उपग्रह है जिसे चंद्रमा कहते हैं। धरती सूर्य के चारों ओर एक चक्कर लगाने में 365 दिन का समय लेती है। पृथ्वी पर 30% धरातल और 70% पानी है। अंतरिक्ष से नीला दिखाई देने के कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है। पृथ्वी पर 1 दिन रात 24 घंटे का होता है जिसमें 12 घंटे रात और 12 घंटे दिन होता है।

पृथ्वी के दो ध्रुव हैं जिन्हें उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव कहा जाता है। पृथ्वी का आकार गोलाकार है। धरती का सबसे नजदीक का ग्रह शुक्र है। पृथ्वी पर नदियां, समुद्र,पर्वत मालाएं और हरे-भरे मैदान पाए जाते हैं। हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। पृथ्वी सिर्फ एक ग्रह ही नहीं बल्कि हमारी मां के समान हैं जो हमें जीवन देती है।

Share this:

  • Click to share on Facebook (Opens in new window)
  • Click to share on Twitter (Opens in new window)
  • Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
  • Click to share on Pinterest (Opens in new window)
  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window)

About The Author

earth day essay in hindi wikipedia

Hindi In Hindi

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Email Address: *

Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.

Notify me of follow-up comments by email.

Notify me of new posts by email.

HindiinHindi

  • Cookie Policy
  • Google Adsense

पृथ्वी पर निबंध

Essay on Earth In Hindi: पृथ्वी के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे क्योंकि हम पृथ्वी पर ही रहते हैं। धरती पर केवल इंसान ही नहीं और भी कई प्रजातियां रहती हैं। आज के इस आर्टिकल में हम पृथ्वी पर निबंध पर जानकारी आप तक पहुंचाने वाले हैं। इस निबंध में पृथ्वी के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

Essay-on-Earth-In-Hindi

Read Also:  हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध

पृथ्वी पर निबंध | Essay on Earth In Hindi

पृथ्वी पर निबंध (250 शब्द).

सौरमंडल का सबसे सुंदर ग्रह पृथ्वी है, जहां पर हम निवास करते हैं। सौर मंडल के इस ग्रह पर ही केवल जीवन संभव है। पृथ्वी का हमेशा से ही मनुष्य के साथ बहुत अच्छा संबंध रहा है, परंतु अब  कई कारणों के कारण हमारी पृथ्वी पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

पृथ्वी को ब्लू प्लेनेट के नाम से भी संबोधित किया जाता है। अगर अंतरिक्ष से पृथ्वी को देखा जाए तो यह नीला रंग का दिखाई देता है और बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है। हमारी पृथ्वी पर 71% पानी मौजूद है। पृथ्वी के तिहाई हिस्से में पानी ही मौजूद है।

ऐसा माना जाता है, पृथ्वी उद्गम लगभग 4 अरब साल पहले हुआ था। हमारी पृथ्वी पर पानी पौधे और जानवरों के लिए विशेष प्रकार के पोषण उपलब्ध है। इस पृथ्वी पर लाखों प्रजातियां निवास करती हैं, जिसमें सबसे अधिक संख्या मनुष्यों की है। पृथ्वी से हमें कई प्राकृतिक संसाधन मिलते हैं, जिनका प्रयोग हम अपने जीवन में करते हैं, जैसे कि तेल, धातु, कीमती पत्थर, खनिज इत्यादि।

ऐसा बताया जाता है,कि पृथ्वी का व्यास लगभग 12,756 किलोमीटर है, जो ध्रुवीय व्यास से कहीं बड़ा है। सूर्य पृथ्वी की परिक्रमा पूरी करने में 24 घंटे का समय लेती है, जिसे सौर दिवस बताया जाता है। हमें पृथ्वी पर सभी प्रकार की चीजें मिल सकती हैं, जैसे की अग्नि, जल, वायु, मिट्टी और इन्हीं सब चीजों के जरिए हम अपने जीवन को बहुत ही सरल और आसान बना सकते हैं और इस धरती पर रह सकते हैं।

पृथ्वी पर निबंध (850 शब्द)

पूरे भूमंडल पर अगर किसी ग्रह पर जीवन संभव है तो वह है पृथ्वी, जिस पर हम रहते हैं। पृथ्वी बहुत ही बड़ा और सुंदर ग्रह है। यहां पर हमें हर प्रकार के तत्व देखने को मिलते हैं, जो कि हमारी जरूरतों को पूरा करते हैं। अग्नि, वायु, जल, वृक्ष, पेड़ पौधे, कीमती पत्थर, खनिज पदार्थ और भी बहुत सी वस्तु है, जो कि हमें पृथ्वी और प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा ही पर्याप्त होती हैं।

पृथ्वी का आकार

देखा जाए तो पृथ्वी का आकार थोड़े सा चपटा और अर्ध गोले के आकार का प्रतीत होता है। थोड़ी सी अंडाकार के रूप में भी प्रतीत होता है अर्थात पृथ्वी का निश्चित कोई भी आकार नहीं है। महान वैज्ञानिक न्यूटन के अनुसार यह बताया गया था, कि पृथ्वी का आकार थोड़ा सा चपटा है। जिसकी वजह से उसमें गुरुत्वाकर्षण बल हो सकता है और यह भी बताया गया था कि पृथ्वी एक घूमने वाला ग्रह है, जो की परिक्रमा भी दे सकता है।

पृथ्वी के सौंदर्य के रूप

हमारी पृथ्वी बहुत ही सुंदर दिखाई पड़ती है। जिसको देखते ही हमारा मन प्रसन्न हो जाता है, और हमें बहुत ही अच्छा अच्छा लगने लगता है, क्योंकि जिस धरती पर हम रहते हैं। वहां पर अगर हम कोई भी ऐसी वस्तु देखते हैं, जो हमारे मन को मोह लेती है, तो हम उसे देख कर खुश हो जाते हैं, तो यह कुछ ऐसे ही आपको पृथ्वी के सौंदर्य के रूप के बारे में बताते हैं।

1. सूरज की चमकदार लालिमा

हम रोज सुबह उठते हैं, तो हमें सूरज की लालिमा देखने को मिलती है। लालीमां का अर्थ होता है, सूर्य जब निकलता है, तब वह लाल और पीले रंग का होता है, जिसको लालिमा कहा जाता है, जो कि बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है। इसकी वजह से ही धरती इतनी सुंदर प्रतीत होती है। जब सूरज निकलता है, तो वह अपनी चमक से चारों ओर उजाला कर देता है, और धरती को और भी सुंदर बना देता है।

2 . विशाल पर्वत

हमारी पृथ्वी पर बहुत ही सुंदर और बड़े विशाल पर्वत देखने को मिलेंगे, जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है। जिसने हमारी पृथ्वी की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं। हिमालय की चोटियां जो की सबसे ऊंची बताई जाती हैं। अगर उन्हें कोई देखता है, तो प्रतीत होता है मानो आसमान में किसी ने हरी चादर ओढ़ रखी हो। जो की बहुत ही सुंदर दिखाई देती है। प्राचीन समय से ही देवी देवताओं का वास बताया जाता है, पर्वतों में जिसकी वजह से कई पर्वतों को पूजा भी जाता है, और यह हमारी प्रकृति की सबसे अच्छी देन है। जिसका उपयोग मानव को मिला है, इसीलिए हमें पृथ्वी की ओर पर्वत की रक्षा करनी चाहिए और मान सम्मान करना चाहिए।

3 . आकर्षक झरने

जब भी हम कहीं घूमने जाते हैं, तो हमें वहां पर बड़े-बड़े पर्वत पहाड़ दिखाई देते हैं। जिस पर से बहुत ही सुंदर झरने बहते हैं, वह बहुत ही आकर्षक प्रतीत होते हैं उन झरनों की आवाज में इतनी खनक होती है, कि वह किसी का भी मन मोह लेती हैं।

हमारी पृथ्वी पर और भी कई ऐसी चीजें हैं, जिसकी वजह से पृथ्वी बहुत ही खूबसूरत प्रतीत होती है, जैसे की नदियां, सागर, खूबसूरत हरियाली और अन्य कई खूबसूरत चीजें हैं। जिनकी वजह से यह पृथ्वी सुंदर बनती है। पेड़ पौधे भी हमारे जीवन का सबसे बड़ा हिस्सा बनते हैं, क्योंकि पेड़ पौधों के द्वारा हमें ऑक्सीजन प्राप्त होता है। पेड़ पौधों की वजह से ही वर्षा होती है, जिसकी वजह से हमें पीने का पानी मिलता है, और पानी के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है। बारिश की वजह से हमें अच्छी फसल और अनाज मिलता है जिसकी वजह से हम पेट भर सकते हैं।

पृथ्वी के बारे में रोचक तथ्य

  • पृथ्वी सौरमंडल का वह हिस्सा है, जो सूर्य की परिक्रमा करता है।
  • सौरमंडल में एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर जीवन संभव है वह पृथ्वी ही है।
  • ऐसा बताया जाता है, कि पृथ्वी का निर्माण लगभग 4 अरब साल पहले हुआ था और पृथ्वी को प्रणाली का पांचवा सबसे बड़ा ग्रह बताया जाता है।
  • पृथ्वी एक तिहाई हिस्से में पूरी जल से रखी हुई है, इसीलिए पृथ्वी को ब्लू प्लेनेट कहा जाता है।
  • वास्तव में यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि पृथ्वी का आकार किस प्रकार का है। किसी के मुताबिक एयर गोलाकार है, तो किसी के मुताबिक यह चपटी है और किसी के मुताबिक यह नारंगी की तरह गोल है, इसीलिए यह निश्चित नहीं है कि पृथ्वी का आकार कौन सा है।
  • पृथ्वी पर सबसे अधिक मनुष्यों की जनसंख्या पाई जाती है, हालांकि यहां पर लाखों प्रजातियां निवास करती हैं।
  • हमें कई प्रकार के प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध होते हैं, जो कि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी के लिए बहुत ही जरूरी है।
  • पृथ्वी पर कुछ संसाधन सीमित है जिनका प्रयोग मानव के द्वारा किया जा रहा है, परंतु आप यह संसाधन और भी कम हो गए हैं क्योंकि पृथ्वी पर प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है।
  • पृथ्वी एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिसे सुरक्षित रखने के लिए मानव को निरंतर प्रयत्न करना चाहिए क्योंकि बढ़ते संसाधनों के चलते पृथ्वी पर जोखिम बढ़ता ही जा रहा है।

पृथ्वी एक ग्रह जिस पर जीवन संभव है, जो की बहुत ही सुंदर है। इसीलिए हमें चाहिए कि हम पृथ्वी को सुरक्षित रखें और इसकी देखभाल करते रहे अपनी इतनी सुंदर पृथ्वी को और सुंदर बनाएं ना कि इस को नष्ट करें।

दोस्तों आज हमने इसलिए लेख में आपको पृथ्वी पर निबंध ( Essay on Earth In Hindi) संबंधित कुछ जानकारी दी है। इस लेख में आपको पृथ्वी की खूबसूरती के बारे में बताया गया है। आशा करते हैं, आपको यह लेख पसंद आया होगा अगर आपको ऐसे संबंधित कोई भी प्रश्न करना है, तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।

  • चांद पर निबंध
  • हिमालय पर निबंध
  • सूरज पर निबंध

Ripal

Related Posts

Leave a comment जवाब रद्द करें.

हिंदी कोना

10 Lines on Earth Day in Hindi । पृथ्वी दिवस पर 10 लाइन निबंध

10 Lines on Earth Day in Hindi

Earth Day को हिंदी में पृथ्वी दिवस के नाम से जाना जाता है। पृथ्वी दिवस हमारी पृथ्वी को समर्पित दिन है। आज हम इस लेख में आपके लिए ‘ 10 Lines on Earth Day in Hindi ‘ लेकर आये है।

Table of Contents

Earth Day in Hindi

पृथ्वी हमारी धरा हमारी माता हमें संचालित एवं पोषित करती है। सभी जीवित प्राणियों का अस्तित्व धरती की गोद में है। अगर पृथ्वी नहीं तो हम भी नहीं हम सभी इस तथ्य से परिचित हैं, कि हमारे सौरमंडल में पृथ्वी ही एक मात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन संभव है। यहां जल, वायु मंडल तथा सूर्य से निश्चित दूरी की वजह से ही ऐसा संभव हो पाया है। पर मानव सभ्यता को भी विकसित होने में करोड़ों साल लग गए हैं। बंदर हमारे पूर्वज थे पहला मानव भी अन्य वन्य प्राणियों की तरह जंगल में रहता था, शिकार करता था, जंगली फल मूल खा कर जीवन यापन करता था। पर एक चीज जो हमें बाकी प्राणियों से अलग बनाती है वह है हमारे सोचने की शक्ति। इंसान सोच सकता है उसकी बुद्धि बाकी प्राणियों से बेहतर थी इसीलिए उसका धीरे-धीरे विकास होता चला गया। अपनी बुद्धि से उसने सभी प्राणियों को अपना गुलाम बनाया।

आज मानव सभ्यता के सफलता के शिखर पर है वह दूसरे ग्रहों तथा चंद्रमा की सैर कर सकता है धरती की संरचना इसकी भौगोलिक भविष्यवाणी भी कर सकता है पर हम चाहे कितनी भी तरक्की कर ले कितने भी उन्नत हो जाए पृथ्वी का कर्ज हम कभी भी उतार नहीं सकते। पृथ्वी हमसे बड़ी है और हम पृथ्वी से बड़े नहीं। हाल में आए कोरोना महामारी ने हमें यह बात भली-भांति समझा दिया है।

 पृथ्वी दिवस से क्या तात्पर्य है ?

हम हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाते हैं पर्यावरण के संरक्षण हेतु पृथ्वी पर मौजूद सभी जीव जंतुओं की रक्षा के लिए अर्थ डे अर्थात पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। प्रदूषण की रोकथाम, प्राकृतिक संसाधनों का बचाव, विलुप्त होते जीव जंतु का संरक्षण इन विषयों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए हम पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाते हैं। पृथ्वी यानी वसुधा या वसुंधरा हमें विरासत में मिली संपत्ति है, पर हम इसे क्षति पर क्षति पहुंचाए जा रहे हैं अगर अब भी सावधान नहीं हुए तो वह समय दूर नहीं जब पृथ्वी पर हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। लोगों में इस जागरूकता को फैलाने के लिए हम हर साल पृथ्वी दिवस मनाते हैं।

 पृथ्वी दिवस की शुरुआत कैसे हुई ?

1970 में विश्व का पहला पृथ्वी दिवस मनाया गया, जब संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के सीनेटर ने प्रकृति के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकाली।  साल के आखिर तक अमेरिकी सरकार ने एनुअल प्रोडक्शन एजेंसी भी तैयार कर ली। 1990 तक पृथ्वी दिवस को 140 से भी अधिक देशों ने इसे मनाया। इस वर्ष भी कई देशों ने बड़े उत्साह के साथ पृथ्वी दिवस मनाया। पृथ्वी दिवस हर वर्ष किसी ना किसी थीम पर आधारित होती है। इस साल का थीम था – इन्वेस्ट इन आवर प्लेनेट अर्थात हमारे ग्रह पर निवेश निवेश करें। हम सब पूंजी में निवेश करते हैं पर हमारी विरासत में मिली धरोहर के लिए कुछ भी नहीं करते। प्रदूषण आज का सबसे बड़ा और भयंकर संकट है। प्राकृतिक संसाधन भी धड़ल्ले से प्रयोग होते और खत्म होते जा रहे हैं। चाहे वह कोयला हो या पेट्रोल या फिर अन्य खनिज पदार्थ जो की धारा में एक निश्चित मात्रा में मौजूद है और समय के साथ खत्म होते जा रहे हैं। केवल प्राकृतिक संसाधन ही नहीं कुछ जीवो का जीवन भी संकट में पड़ा हुआ है और शायद एक समय ऐसा आया जब यह हमारी वसुधा से ही पूर्णता गायब हो जाए और हमारी भावी पीढ़ी केवल इन के फोटो और पिक्चरों को  ही देखकर संतोष कर ले। वैज्ञानिक दृष्टि से तो हमने कई सारी उपलब्धियों को प्राप्त कर ली है पर हम केवल अपने भौतिक सुखों का ही विकास कर रहे हैं। मानसिक रूप से आज का मानव सुखी नहीं है। प्रतिदिन कितने पेड़ कटते जा रहे हैं जो शायद 10 से 15 वर्षों में विकसित हुए थे पर बदले में नए पेड़ नहीं उग रहे हैं। पर्यावरण पर भाषण तो ढेर सारे देते हैं पर वास्तव में अमल कुछ भी नहीं करते। अगर परिवार का एक दो  सदस्य अपने ही घर पर थोड़े बहुत पेड़ लगा ले तो समस्या कुछ हद तक घट सकती है।

हमें पृथ्वी दिवस मनाने की आवश्यकता क्यों है ?

पृथ्वी दिवस इस लिए मनाया जाता है, ताकि प्रकृति के बारे में लोगों की जागरूकता को बढ़ावा दिलाया जा सके। हम जाने-अनजाने प्रकृति को कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं यह स्वयं हम भी नहीं जानते। पृथ्वी को संजोकर रखने का दायित्व केवल एक देश का नहीं बल्कि समस्त विश्व के लोगों का है। हमें याद रखना होगा कि पृथ्वी हम से नहीं, बल्कि हम पृथ्वी से हैं पर जनसंख्या का बढ़ता दबाव, घटते अरण्य, विलुप्त होते जीव, पिघलते ग्लेशियर, ओजोन लेयर में छेद क्या इतना काफी नहीं है हमारे सतर्क होने के लिए। पृथ्वी दिवस केवल 1 दिन नहीं बल्कि रोज ही मनाने की आवश्यकता है। पेड़ हमें ऑक्सीजन, फल- फूल, जड़ी बूटियां ,औषधि ,वायु, छाया, लकड़ी सब कुछ प्रदान करती है। प्रकृति से हमें पीने के लिए पानी, रसोई के लिए तेल, खनिज -पदार्थ सब कुछ मिलता हैं बस जरूरी है तो सोच समझ कर इन्हें उपयोग करने की। धरती हमारी माता है। यहां हमने जन्म लिया पले बढ़े पर बदले में धरती मां को हमने क्या दिया केवल प्रदूषण।

प्रदूषण को रोकने का एकमात्र विकल्प यह है कि अधिक से अधिक वृक्ष लगाए जाए। धरती अनमोल है आइए इसे भावी पीढ़ी के लिए संजो कर रखें।

10 Lines on Earth Day in Hindi

  • दुनिया में हर वर्ष 22 अप्रैल को अर्थ डे मनाया जाता है।
  • इसका आरंभ अमेरिकी सीनेटर गिलार्ड नेशन गिलार्ड नेल्सन ने किया।
  • नेलसन कई वर्षों से प्रकृति संरक्षण के उपाय खोज रहे थे।
  • अब दुनिया की लगभग 200 देश इस दिवस का पालन करती है।
  • प्रकृति ने बहुत कुछ दिया है इसीलिए प्रकृति की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।
  • अर्थ डे इसलिए मनाया जाता है ताकि लोगों को प्रकृति के बारे में जागरूक किया जा सके।
  • अर्थ डे का पालन पेड़ लगाकर किया जाता है।
  •  इस दिन हर वर्ष किसी ना किसी थीम पर को लेकर अर्थ डे मनाया जाता है।
  • इस वर्ष का थीम था इन्वेस्ट इन आवर प्लेनेट अर्थात हमारे गृह में निवेश करें।
  •  वृक्षारोपण, मीठे जल का संरक्षण आदि अनेक उपाय है जिससे हम अपने धरा को सुरक्षित रख सकते हैं।

5 Lines on Earth Day in Hindi

  •  हवा , पानी हमें मुफ्त में मिली विरासत है।
  • पशु ,पक्षियों ,जीव जंतु ,मानव सभी केवल पृथ्वी पर ही पाए जाते हैं।
  •  पृथ्वी से ही हमारा अस्तित्व संभव है।
  •  हमें प्राकृतिक संपदा का सोच समझकर प्रयोग करना चाहिए।
  • हमारी धरती अनमोल है एवं इसे संजो कर रखना हमारा दायित्व है।

 FAQ on Earth Day in Hindi

Question : अर्थ डे कब मनाया जाता है ? Answer : अर्थ डे हर वर्ष 22 अप्रैल को मनाया जाता है।

Question : अर्थ डे क्यों मनाया जाता है ? Answer : अर्थ डे इसलिए मनाया जाता है ताकि पृथ्वी के प्रति लोगों में जागरूकता जाग सके।

Question : इस वर्ष का थीम क्या था ? Answer : इस वर्ष का थीम था  इन्वेस्ट इन आवर प्लेनेट अर्थात  हमारे ग्रह पर निवेश करें।

Question : पृथ्वी से हमें क्या -क्या मिलता है ? Answer : पृथ्वी से हमें वायु ,भोजन ,भूमि ,पानी इत्यादि मिलते हैं।

Question : अर्थ डे मनाने की आवश्यकता क्यों है ? Answer : अर्थ डे की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर गिलार्ड ने की थी वह भी प्रकृति प्रेमी थे और लोगों को प्रकृति के बारे में बताना चाहते थे। अर्थ डे मनाने की आवश्यकता इसलिए है ताकि लोगो को प्रकृति के बारे में सचेत किया जा सके।

Nibandh

पृथ्वी दिवस पर निबंध

ADVERTISEMENT

रुपरेखा : प्रस्तावना - पृथ्वी दिवस कब है - पृथ्वी दिवस क्या है - पृथ्वी दिवस का इतिहास - पृथ्वी दिवस नेटवर्क - पृथ्वी सप्ताह - पृथ्वी दिवस क्यों मनाते है - पृथ्वी दिवस कैसे मनाते है - पृथ्वी दिवस का उद्देश्य - पृथ्वी दिवस का महत्व - पृथ्वी दिवस की थीम - उपसंहार।

विश्व पृथ्वी दिवस को अंग्रेजी में "World Earth Day" कहते है। एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व पृथ्वी दिवस अथवा वर्ल्ड अर्थ डे को मनाने के पीछे का कारण सन 1969 में लोगों की बड़ी संख्या ने यह सुझाव दिया था हमें पृथ्वी का जन्मदिवस के रूप में पृथ्वी दिवस मनाना चाहिए। तत्पश्चात वर्ष 1970 में 'विश्व पृथ्वी दिवस' मनाया गया। विश्व पृथ्वी दिवस’ को ‘अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस को मनाने के लिए हर साल एक थीम तय की जाती है और इसी थीम को आधार बनाकर लोगों को जागरूक किया जाता है।

हर साल संपूर्ण विश्व में 22 अप्रैल को 'विश्व पृथ्वी दिवस’ मनाया जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस 2021 पूरे विश्व के लोगों द्वारा 22 अप्रैल, गुरुवार के दिन मनाया गया है। कोरोना महामारी के चलते सभी लोग अपने घरों में पृथ्वी दिवस मनाये। पृथ्वी दिवस को मनाने के लिए हर साल एक थीम तय की जाती है और इसी थीम को आधार बनाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। विश्व पृथ्वी दिवस 2021 की थीम 'पृथ्वी को फिर से अच्छी अवस्था में बहाल करना' है।

अमेरिका के लोगों ने पृथ्वी के पर्यावरण को बचाने के लिए आंदोलन किया था। जिसके बाद लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से साल 1970 से 22 अप्रैल को हर साल Earth Day यानी पृथ्वी दिवस मनाये जाने की घोषणा की गई। पृथ्वी दिवस मनाने की शुरुआत अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन ने पर्यावरण की शिक्षा के प्रसार के लिए की थी। 'पृथ्वी दिवस' या 'अर्थ डे' शब्द को लोगों के बीच सबसे पहले लाने वाले जुलियन कोनिंग थे। साल 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को अवगत करवाया। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस आंदोलन को मनाने के लिए उन्होंने अपने जन्मदिन की तारीख 22 अप्रैल को चुना और तब से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

साल 1969 में जॉन मेक कोनेला ने पृथ्वी को नमन करने के लिए 21 मार्च को यूनेस्को की बैठक में पृथ्वी दिवस मनाने का सुझाव दिया था। इसके बाद पहली बार साल 1970 को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया था। पृथ्वी दिवस की तारीख उत्तरी गोलार्द्ध में वसंत ऋतु और दक्षिणी गोलार्द्ध में शरद ऋतु का मौसम है। संयुक्त राष्ट्र में पृथ्वी दिवस को हर साल मार्च एक्विनोक्स (वर्ष का वह समय जब दिन और रात बराबर होते हैं) पर मनाया जाता है। वर्तमान समय में हमारी पृथ्वी कार्बन उत्सर्जन, तेज़ी से पिघलते ग्लेशियर, मौसम तथा जलवायु परिवर्तन से जूझ रही है जिसे हम आम बोलचाल की भाषा में ग्लोबल वार्मिंग बोलते है। 'पृथ्वी दिवस' या 'अर्थ डे' शब्द को लोगों के बीच सबसे पहले लाने वाले जुलियन कोनिंग थे। साल 1969 में उन्होंने सबसे पहले इस शब्द से लोगों को अवगत करवाया। पर्यावरण संरक्षण से जुड़े इस आंदोलन को मनाने के लिए उन्होंने अपने जन्मदिन की तारीख 22 अप्रैल को चुना और तब से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण नागरिकता और साल भर उन्नति को बढ़ावा देने के लिए साल 1970 में पृथ्वी दिवस नेटवर्क की स्थापना पहले पृथ्वी दिवस के आयोजकों के द्वारा की गयी। पृथ्वी दिवस के नेटवर्क के माध्यम से, कार्यकर्ता, राष्ट्रीय, स्थानीय और वैश्विक नीतियों में परिवर्तनों को आपस में जोड़ सकते हैं। पृथ्वी दिवस नेटवर्क साल भर कई मिलियन समुदायों के विकास और पर्यावरण सुरक्षा कार्यकर्ताओं की मदद करते हैं।

कई शहर पृथ्वी दिवस को पृथ्वी सप्ताह के रूप में पूरे सप्ताह के लिए मनाते हैं, आमतौर पर 16 अप्रैल से शुरू कर के, 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस के दिन इसे समाप्त किया जाता है। इन घटनाओं को पर्यावरण से सम्बंधित जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया जाता है। इन घटनाओं में शामिल पुनः चक्रीकरण को बढ़ावा देना, ऊर्जा की प्रभाविता में सुधार करना और डिज्पोजेबल वस्तुओं में कमी लाना हैं।

हमारी पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन है। धरती पर जीवन को बचाये रखने के लिये पृथ्वी की प्राकृतिक संपत्ति को बनाये रखना बहुत जरुरी है। अपने ग्रह के महत्व के बारे में मानव जाति को जागरुक करने के लिए पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। धरती पर लोगों के रहन-सहन के लापरवाह नजरिये के साथ ही औद्योगिकीकरण की दिनों-दिन बढती दर के बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिये विस्कॉन्सिन से यूएसए सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने इस दिन की नींव रखी। उनके द्वारा यह कदम अपने ग्रह की संपत्ति का सम्मान, प्रोत्साहन करने के साथ ही लोगों के बीच प्राकृतिक संतुलन के विचार को बढ़ाने के लिये विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।

अपनी धरती के प्राकृतिक संपत्ति को बचाने के लिये 22 अप्रैल 1970 से हर साल पृथ्वी दिवस को पूरी दुनिया के लोग मनाते हैं। इस दिन पृथ्वी से जुड़े बढ़ते पर्यावरणीय ह्रास के मुद्दों के विरोध में हजारों कॉलेज, विश्वविद्यालयों और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों से विद्यार्थी सक्रियता से भाग लेते हैं जैसे दिनों-दिन पर्यावरणीय ह्रास, वायु और जल प्रदूषण, ओजोन परत में कमी आना, औद्योगिकीकरण, वन-कटाई आदि से तेलों का फैल जाना, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टरी को तैयार करना, पावर प्लॉन्ट, कीटनाशक का उत्पादन और इस्तेमाल आदि से बचाना। पृथ्वी दिवस को मनाने के लिये विभिन्न कार्यक्रम और अभियानों का आयोजन पर्यावरण संबंधी नेताओं का समूह द्वारा किये जाते है। नयी पीड़ियों के स्वागत के लिये एक स्वच्छ और स्वस्थ विश्व बनाने के लिये स्वच्छ पर्यावरण के विषय-वस्तु के प्रदर्शन में लोग भाग लेते हैं। धरती के पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिये तथा लोगों को प्रेरणा देने के लिये विश्व पृथ्वी दिवस को मनाने का लक्ष्य है। इस दिन लोग धरती की सुरक्षा से संबंधित बाहरी गतिविधियों में शामिल होते हैं जैसे नये पेड़-पौधों को लगाना, पौधा रोपण, सड़क के किनारे का कचरा उठाना, गंदगियों का पुर्नचक्रण करना, ऊर्जा संरक्षण आदि। दिनों-दिन बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग और दूसरे पर्यावरणीय तबाही से बचाने के लिये कुछ लोग सरकार से त्वरित कार्यवाही करने के लिये आग्रह करते हैं। लोगों को जागरुक करने के लिये वास्तविक पर्यावरणीय मुद्दों के साथ निपटने के लिये इस दिन सभी टीवी चैनल इससे संबंधित कार्यक्रम दिखाते हैं।

विश्व पृथ्वी दिवस लोगों को पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण तथा उसकी वन सम्पदा के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।

युवाओं के बीच पर्यावरणीय सुरक्षा के अभियान का पूरा प्रभाव प्राप्त करने के लिये तथा हर वर्ग और समूह के लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिये इस दिन को (22 अप्रैल) गेलार्ड नेल्सन, पृथ्वी दिवस के संस्थापक ने चुना था। इस दिन देश भर में विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जहाँ पर्यावरण संबंधी चर्चा किये जाते है। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा उद्यान में पौधारोपण करके लोगों को अधिक से अधिक पौधारोपण करने का लक्ष्य प्राप्त करते है जो इस दिन का महत्व को दर्शाता है।

  • पृथ्वी दिवस 2015 का विषय (थीम) “जल अद्भुत विश्व” था।
  • पृथ्वी दिवस 2016 का विषय (थीम) “पृथ्वी के लिए वृक्ष” था।
  • पृथ्वी दिवस 2017 का विषय (थीम) “धरती के प्रति दयालू बनें, प्राकृतिक संसाधनों को बचाने से शुरुआत करें” था।
  • पृथ्वी दिवस 2018 का विषय (थीम) “प्लास्टिक प्रदूषण का अंत” था।
  • पृथ्वी दिवस 2019 का विषय (थीम) “प्रोटेक्ट अवर स्पीसीस” है।
  • पृथ्वी दिवस 2020 की थीम "जलवायु कार्रवाई (क्लाइमेट एक्शन)" है।
  • पृथ्वी दिवस 2021 की थीम 'पृथ्वी को फिर से अच्छी अवस्था में बहाल करना' है।

विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर जरुरी स्थानों पर नये पौधा-रोपण लगाए जाये। सभी लोगों को अपने परिवार के साथ कुछ बाहरी गतिविधियों में शामिल होना चाहिए जैसे पेड़ पर पक्षी के लिये घोंसला बनाना और पारिस्थितिकी तंत्र में उनकी भूमिका के बारे में चर्चा करना आदि। भूमि और जल प्रदूषण को टालने के लिये प्लास्टिक थैलों के इस्तेमाल में कमी लाने के लिये लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए। सभी परिवारों को पुराने सामानों का पुनर्चक्रण और दुबारा प्रयोग करने के बारे में अपने बच्चों को सिखाना चाहिए। मनोरंजन गतिविधियों में भाग लेना चाहिए जैसे गीत गायन जो पर्यावरण सुरक्षा से संबंधित हो और इस उत्सव में शामिल होने के लिये अधिक से अधिक व्यक्तियों को आकर्षित करें। विभिन्न व्यवहारिक संसाधनों के द्वारा ऊर्जा संरक्षण के लिये लोगों को बढ़ावा दें। लोगों को शिक्षा दें कि हर दिन पृथ्वी दिवस है, इसलिये हर दिन उन्हें धरती का ध्यान रखना चाहिये।

Nibandh Category

HindiKiDuniyacom

पृथ्वी दिवस पर स्लोगन (नारा)

Earth Day

औद्योगिक क्रांति के बाद से पृथ्वी पर प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे कि पर्यावरण संरक्षण का यह कार्य और भी जरूरी हो गया है। इन्हीं सब समस्याओं के विषय में लोगो को जागरुक करने के लिए, पूरे विश्व भर में 22 अप्रैल का दिन पृथ्वी दिवस के रुप में मनाया जाता है। पृथ्वी दिवस के इस दिन को पृथ्वी तथा पर्यावरण संरक्षण महत्व को समझाने के लिए समर्पित किया गया है।

पृथ्वी बचाओ पर निबंध के लिए यहां क्लिक करें

पृथ्वी दिवस पर नारा (Slogans on Earth Day in Hindi)

ऐसे कई अवसर आते हैं जब आपको पृथ्वी दिवस से जुड़े भाषणों, निबंधो या स्लोगन की आवश्यकता होती है। यदि आपको भी पृथ्वी दिवस से जुड़े ऐसे ही सामग्रियों की आवश्यकता है तो परेशान मत होइये हम आपकी मदद करेंगे।

हमारे वेबसाइट पर पृथ्वी दिवस से जुड़ी तमाम तरह की सामग्रियां उपलब्ध हैं, जिनका आप अपनी आवश्यकता अनुसार उपयोग कर सकते हैं।

हमारे वेबसाइट पर पृथ्वी दिवस के लिए विशेष रुप से तैयार किए गये कई सारे स्लोगन उपलब्ध हैं। जिनका उपयोग आप अपने भाषणों या अन्य कार्यों के लिए अपनी आवश्यकता के अनुसार कर सकते हैं।

ऐसे ही अन्य सामग्रियों के लिए भी आप हमारे वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।

Unique and Catchy Slogans on Earth Day in Hindi Language

पृथ्वी है हमारी माता, जिस पर हर मनुष्य अपना जीवन बिताता।

पृथ्वी है हमारी माता, जिस पर हर मनुष्य अपना जीवन बिताता।

22 अप्रैल को खास बनायेंगे, इस अर्थ डे स्वच्छता का दायित्व उठायेंगे।

22 अप्रैल को खास बनायेंगे, इस अर्थ डे स्वच्छता का दायित्व उठायेंगे।

जब रखोगे पर्यावरण का ख्याल, तभी पृथ्वी माँ होगी खुशहाल।

जब रखोगे पर्यावरण का ख्याल, तभी पृथ्वी माँ होगी खुशहाल।

पृथ्वी ग्रह सबसे न्यारा, क्योंकि इसपे बसता है जीवन सारा।

पृथ्वी ग्रह सबसे न्यारा, क्योंकि इसपे बसता है जीवन सारा।

पृथ्वी है जीवन का सार, इसके प्रति रखो निश्छल प्यार।

पृथ्वी है जीवन का सार, इसके प्रति रखो निश्छल प्यार।

इस पृथ्वी दिवस बस है स्वच्छता का इरादा, इधर-उधर कूड़ा ना फैलाओगे करो यह वादा।

इस पृथ्वी दिवस बस है स्वच्छता का इरादा, इधर-उधर कूड़ा ना फैलाओगे करो यह वादा।

पृथ्वी दिवस को बनाइये खास, पर्यावरण को बचाकर पृथ्वी के लिए जगाइए नयी आस।

पृथ्वी दिवस को बनाइये खास, पर्यावरण को बचाकर पृथ्वी के लिए जगाइए नयी आस।

जीवन को बेहतर बनाओ, प्रदूषण को दूर करके पृथ्वी दिवस मनाओ।

जीवन को बेहतर बनाओ, प्रदूषण को दूर करके पृथ्वी दिवस मनाओ।

पृथ्वी है हमारी माँ समान, प्रदूषण को दूर करके रखो इसका ध्यान।

पृथ्वी है हमारी माँ समान, प्रदूषण को दूर करके रखो इसका ध्यान।

पृथ्वी दिवस यह त्योहार अनोखा, प्रदूषण फैलाकर ना दो इसे धोखा।

पृथ्वी दिवस यह त्योहार अनोखा, प्रदूषण फैलाकर ना दो इसे धोखा।

पृथ्वी हमारी जननी है, अब हमे इसकी रक्षा करनी है।

पृथ्वी पर हरियाली होगी तो जीवन में खुशहाली होगी।

पृथ्वी हमारी माता है, ये हमारा इतिहास बताता है।

पृथ्वी स्वर्ग से ज्यादा प्यारी है, इसे बचाना जिम्मेदारी हमारी है।

स्वच्छ हवा और शुद्ध पानी, पृथ्वी से मिटाने की न करो तुम नादानी।

चलो पृथ्वी को हम स्वर्ग बनाएं अपना सीना तान के, हम बच्चे हिंदुस्तान के।

पृथ्वी पर स्वर्ग का कल्पना नहीं, चलो स्वर्ग का अवतरण करें।

पृथ्वी को हम बचाएं प्रदुषण के प्रभाव से, स्वच्छता के कदम उठे अब हर शहर हर गांव से।

हमारी पृथ्वी से हम सबका गहरा नाता है, यही हमारी संरक्षक और यही हमारी माता है।

धरा को नहीं बचाएगा तो सब धरा रह जायेगा।

धरती माता करे पुकार, हरा भरा कर दो संसार।

पृथ्वी दिवस को खास बनाइये, धरती माँ को स्वच्छ बनाने का दायित्व उठाइये।

पृथ्वी माँ समान, प्रदूषण फैला कर ना करो इसका अपमान।

पृथ्वी दिवस को खास बनाओ, पर्यावरण को स्वच्छ करने का दायित्व उठाओ।

जीवन में करो यह संकल्प, स्वच्छता ही पृथ्वी को बेहतर बनाने का विकल्प।

पृथ्वी को तुम बंजर ना बनाओ, हर जगह कूड़ा-कचरा ना फैलाओ।

प्रदूषण फैला कर ना करो पृथ्वी का अपमान, पर्यावरण को स्वच्छ बनाकर दो इसे सम्मान।

पूरे सौर्यमंडल में पृथ्वी है सबसे ग्रह अनोखा, प्रदूषण फैलाकर ना दो इसे धोखा।

प्रदूषण से हमें लड़ना है, पृथ्वी को और भी बेहतर करना है।

सतत विकास की धारणा अपनाओ, पृथ्वी को और बेहतर बनाओ।

पृथ्वी है जीवन का सार, जिसमें बसता सारा संसार।

पृथ्वी दिवस वह अवसर है, जो हमें पृथ्वी के प्रति हमारे कर्तव्यों की याद दिलाता है।

पृथ्वी को स्वच्छ बनाओ, अपने आने वाली पीढ़ियों का जीवन बेहतर बनाओ।

पृथ्वी को स्वच्छ रखना हमारा दायित्य ही नही हमारा कर्तव्य भी है।

पृथ्वी है जीवन की अभिलाषा, पर्यावरण को दूषित करके ना फैलाओ निराशा।

यदि पर्यावरण और पृथ्वी की सुरक्षा को लेकर हम अभी भी सजग नही हुए, तो हमारा विनाश निश्चित है।

सम्बंधित जानकारी:

जल बचाओ पृथ्वी बचाओ पर निबंध

विश्व पृथ्वी दिवस

संबंधित पोस्ट

Teachers Day

टीचर्स डे पर स्लोगन (नारा)

Gandhi Jayanti

गाँधी जंयती पर स्लोगन (नारा)

Childrens Day

बाल दिवस पर स्लोगन (नारा)

Corruption

भ्रष्टाचार पर स्लोगन (नारा)

Swachh Bharat Abhiyan

स्वच्छ भारत अभियान पर स्लोगन (नारा)

Beti Bachao Beti Padhao

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर स्लोगन (नारा)

Leave a comment.

Your email address will not be published. Required fields are marked *

स्वतंत्रता दिवस | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में- Independence Day Essay in Hindi

दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Independence Day Essay in Hindi ( Swatantrata Diwas | 15 August par nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 800 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

In this article, we are providing information about Independence in Hindi | 5 well written essay on Independence in Hindi Language. स्वतंत्रता दिवस पर पूरी जानकारी जैसे की पृष्ठभूमि, इतिहास, महत्व-विशेषता, राष्ट्रीय पर्व का दिन, महत्व, अदि के बारे बताया गया है। 

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में| Independence Day Essay in Hindi

Republic Day Essay in Hindi 10 Lines

1. स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है।

2. सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

3. इस दिन लोग शहीदों के बलिदान को याद करते है।

4. स्वतंत्रता दिवस पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है।

5. इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है।

6. इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है।

7. विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं।

8. इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

9. पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है।

10. यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है।

Read Also- 10 lines on Independence Day in Hindi

Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words )

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजी सरकार भारत के लोगों पर अत्याचार करती थी।

भारतवासी अंग्रेजों के साथ लड़े। बहुत से लोगों ने इस लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान किया। अन्त में 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। तब से इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते हैं। पर इस दिन पाठशालाओं में खुशी का माहौल रहता है। सबसे पहले झण्डा फहराया जाता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। इसके बाद बच्चे अनेक मनोरंजक कार्यक्रम करते हैं। बच्चों में मिठाईयाँ बाँटी जाती हैं।

राजधानी दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झण्डा फहराते हैं । वे देश की जनता के सामने भाषण देते हैं।

15 अगस्त को पूरा देश खुशी के साथ मनाता है । इस दिन हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में बलिदान दिया ।

स्वतंत्रता दिवस |15 अगस्त पर निबंध | 15 August Essay in Hindi ( 300 to 350 words )

स्वाधीनता की इच्छा प्राणिमात्र में रहती है। एक पक्षी भी बन्दी जीवन की अपेक्षा स्वतंत्र जीवन पसन्द करता है, तो मनुष्य का तो कहना ही क्या ? दुर्भाग्य से कुछ शताब्दियों पूर्व भारतीयों को पराधीन होना पड़ा। किन्तु ‘पराधीन सपनेहुं सुख नाहीं’ के अनुसार देश स्वाधीनता के लिए छटपटाने लगा। देशभक्त बुद्धिमानों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष आरम्भ किया।

देश को स्वाधीन देखने की इच्छा से अनेक वीर हँसते-हँसते फाँसी के तख्ते पर चढ़ गए; अनेकों ने छाती पर अंग्रेजों की गोलियों को सहन किया और हजारों लोग—स्त्री और पुरुष, बालक, युवक और वृद्ध—कारावास के कष्टों को झेलते रहे। अनेक ज्ञात-अज्ञात वीरों ने इस स्वतंत्रता यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी। तक जाकर हमें स्वतंत्रता के पुण्य प्रभात के दर्शन हुए।

स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है। यह पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है। यही वह पवित्र दिवस है, जब शताब्दियों की पराधीनता के अनन्तर भारत स्वाधीन हुआ था। सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

स्वतंत्रता दिवस का यह उत्सव यद्यपि भारत के नगर-नगर ग्राम-ग्राम में आनन्द और उमंग से मनाया जाता है, पर भारत की राजधानी दिल्ली में इस उत्सव की विशेष चहल-पहल होती है। इस उत्सव का प्रमुख स्थल होता है- लाल किले का मैदान इस मैदान में दिल्ली की जनता उत्सव देखने के लिए उमड़ पड़ती है। इस अवसर पर देश के प्रधानमन्त्री राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं, इकत्तीस तोपों से ध्वज को प्रणाम किया जाता है, और तद् पश्चात् जल, स्थल तथा वायु सेनाओं की टुकडियाँ ध्वज को प्रणाम करती हैं। तदनन्तर प्रधानमन्त्री देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस को सन्देश देते हैं। इसके पश्चात् राष्ट्र गान होता है। राष्ट्रगान के अनन्तर यह कार्यक्रम समाप्त हो जाता है। रात्रि में सरकारी भवनों पर प्रकाश भी किया जाता है।

वास्तव में यह भारत के गौरव और सौभाग्य का पर्व है, जो हमारे हृदयों में नवीन आशा, नवीन स्फूर्ति, उत्साह और देश भक्ति का संचार करता है। यह उत्सव हमें स्मरण कराता है कि स्वाधीनता को पाना जितना कठिन है, उसे सुरक्षित रखना उससे भी अधिक कठिन है। अतः सभी भारतवासियों को सब प्रकार के भेद-भाव भुलाकर राष्ट्र की उन्नति के लिए तत्पर रहना चाहिए।

Swatantrata Diwas Essay in Hindi

Hindi Independence day essay lines

Long Essay on Independence Day in Hindi with headings ( 800 words )

भूमिका

बालधर गंगाधर तिलक ने कहा था- “स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है। इस मंत्र का अनुकरण करके भारतीयों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष बलिदान और त्याग किया। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश शताब्दियों की गुलामी के बाद आजाद हुआ। इसलिए भारतीयों के लिए पन्द्रह अगस्त का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। हिन्दू, मुसलमान, ईसाई, बौद्ध, जैन, सिक्ख सभी धर्मावलम्बी साथ मिलजुल कर इस पर्व को उल्लास और उमंग के साथ मनाते हैं। यह दिवस भारतीयों के त्याग, बलिदान, शौर्य का पवित्र दिन है। यह भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है।

पृष्ठभूमि

मुगल शासन के अन्तिम दौर में भारत में अनेक यूरोपीय जातियाँ व्यापार करने के लिए आई। कालान्तर में वे भारत पर शासन करने की चेष्टा में लग गई। काफी संघर्ष के बाद अन्ततः अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार कर लिया। कुछ समय बाद भारतीयों में स्वतंत्रता की चेतना जागृत हुई। परिणाम स्वरूप सन् 1857 में भारत में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। दुर्भाग्यवश यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम असफल रहा, किन्तु भारतीय जनता में स्वतंत्रता की चेतना बढ़ती गई। सन् 1885 में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई प्रारम्भ हुई। लम्बे दौर तक यह लड़ाई चलती रही। स्वतंत्रता के लिए अनेक लोगों ने अपना बलिदान दिया, जेल यात्राएँ कीं। क्रांतिकारी और अहिंसक दोनों प्रकार के स्वतंत्रता आन्दोलन होते रहे। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और त्याग का सहारा लेकर स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। जिसके फलस्वरूप 15 अगस्त सन् 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ और लाल किले पर राष्ट्रीय झंडा फहराया गया।

महत्व

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। यह एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन भारत शताब्दियों की गुलामी से आजाद हुआ। भारत माँ के पैरों में पड़ी बेड़ियाँ टूटकर बिखर गई। विदेशी शासन का अन्त हुआ। भारत ने स्वतंत्रता के वातावरण में साँस ली। शताब्दियों से चले आने वाले शोषण, अत्याचार और उत्पीड़न का अंत हुआ। इस स्वतंत्रता के लिए अनेक वीरों ने अपने प्राण न्योछावर किए। अनेक राष्ट्रभक्तों ने न जाने कितनी यातनाएँ सहीं। इस दिन हम शहीदों और देश भक्तों को श्रद्धापूर्वक याद करते हैं जिनके बलिदान और त्याग से हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस पवित्र दिन को हम शपथ लेते हैं कि हम इस स्वतंत्रता की रक्षा प्राण पण से करेंगे। हम किसी भी मूल्य पर स्वतंत्रता को हाथ से जाने नहीं देंगे। स्वतंत्रता से अधिक मूल्यवान हमारे जीवन में और कोई वस्तु नहीं है। हर कीमत पर इसकी रक्षा करना हर भारतीय का पावन कर्त्तव्य है। स्वतंत्रता दिवस हमारी सबसे अमूल्य धरोहर है।

त्यौहार का दिन

जिस दिन हमारा देश स्वतंत्र हुआ उस दिन से हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है। बच्चे, जवान, बूढ़े, स्त्री-पुरुष सभी अपने हाथों में राष्ट्रीय पताका लेकर स्वतंत्रता के गीत गाते हैं। सारे वातावरण में ‘वन्देमातरम् और जनगण मन अधिनायक’ की ध्वनियाँ गूंजने लगती हैं। विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं। जगह-जगह उत्सव मनाए जाते हैं। तरह-तरह के राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शहीदों को श्रद्धांजलियाँ अर्पित की जाती हैं। चारों ओर उल्लास और उमंग का वातावरण दिखाई पड़ता है। इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

उपसंहार

पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है। इस दिवस की स्मृति युगों-युगों तक भारतीयों में त्याग, तप, बलिदान की प्रेरणा देती रहेगी। यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है। स्वतंत्रता के बाद हमारा देश नवनिर्माण के पथ पर अग्रसर हो रहा है। आज वह अनेक वों में उन्नति कर रहा है। हमारी स्वतंत्रता तभी पूरी होगी जब हम आर्थिक रूप से सम्पन्न होंगे। इस दिशा में हमें प्राणपण से चेष्टा करनी चाहिए।

ध्यान दें – प्रिय दर्शकों Independence Day Essay in Hindi article आपको अच्छा लगा तो जरूर शेयर करे ।

Leave a Comment Cancel Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

IMAGES

  1. 10 lines on World Earth day in Hindi / essay on world earth day / पृथ्वी दिवस पर निबंध

    earth day essay in hindi wikipedia

  2. पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में

    earth day essay in hindi wikipedia

  3. EARTH DAY Essay in Hindi

    earth day essay in hindi wikipedia

  4. Essay about earth in hindi for grade3 kids

    earth day essay in hindi wikipedia

  5. पृथ्वी दिवस पर निबंध Earth Day Essay in Hindi for Students of Class 1

    earth day essay in hindi wikipedia

  6. Prithvi Diwas Par Nibandh

    earth day essay in hindi wikipedia

VIDEO

  1. पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ ? how earth was formed

  2. पृथ्वी का जन्म और जीवन की शुरुआत| How Was The Earth Formed|Birth of the Earth|Dharti kaise paida hui

  3. earth essay in english| earth essay| earth essay 10 lines

  4. Best 10 Lines Essay on Earth Day-2021 in English Writing ll Essay on Earth Day ll Essay Writing

  5. पृथ्वी पर निबंध/10 lines essay on earth in hindi/essay on earth in hindi/भूमि पर निबंध

  6. Write an essay on world earth day || essay on earth day in english || paragraph on world earth day

COMMENTS

  1. पृथ्वी दिवस

    Earth Day से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस पृथ्वी दिवस नेटवर्क - पृथ्वी दिवस के लिए दुनिया भर की ...

  2. Earth Day Essay in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंधLeverage Edu

    विश्व पृथ्वी दिवस पर 200 शब्दों में निबंध. Earth Day Essay in Hindi 200 शब्दों में कुछ इस प्रकार है : पृथ्वी दिवस (World earth day 2024) हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है ...

  3. पृथ्वी दिवस पर निबंध 10 lines (Essay On Earth Day in Hindi) 100, 200

    पृथ्वी दिवस पर निबंध 10 lines (Essay On Earth Day in Hindi) 100, 200, 300, 500, शब्दों में. Last Updated on: जनवरी 5, 2024, 6:27 अपराह्न by HindiHolicAdmin. Essay On Earth Day in Hind i - हर साल 22 अप्रैल को दुनिया भर ...

  4. पृथ्वी दिवस का महत्व पर निबंध भाषण 2024

    पृथ्वी दिवस का महत्व पर निबंध 2024 विषय, भाषण, थीम, कब है, नामकरण, गीत, कैसे मनाएं, गतिविधियाँ, चर्चित बोल (Earth Day Significance, Meaning, Facts, History, Importance, Theme 2024 Essay in Hindi) अर्थ डे या पृथ्वी ...

  5. पृथ्वी दिवस: आओ संवारे अपनी पृथ्वी

    पृथ्वी दिवस (Earth Day) इतिहास और उसका महत्व पृथ्वी दिवस: आओ संवारे अपनी पृथ्वी | Scientific World

  6. पृथ्वी दिवस पर निबंध हिंदी में

    Earth Day essay in Hindi - हमारी भारतीय संस्कृति में पृथ्वी अर्थात धरती को माता (Mother Earth) का दर्जा दिया गया है। ऐसे में हम सभी भारतीयों के लिए पृथ्वी दिवस का महत्व और भी ...

  7. विश्व पृथ्वी दिवस पर भाषण व निबंध हिंदी में । Speech & Essay on Earth

    विश्व पृथ्वी दिवस पर निबंध व भाषण कैसें लिखें, अर्थ डे का इतिहास और महत्व, पृथ्वी दिवस थीम 2023 (Speech & Essay on Earth Day in hindi, Speech on Earth day in hindi, Earth Day Essay in hindi, Global Warming Effects on Earth)

  8. पृथ्वी दिवस पर निबंध

    पृथ्वी दिवस पर स्लोगन | Slogan On Earth Day In Hindi. धरती माता करे पुकार, हरा भरा कर दो संसार।. पृथ्वी हम सब का घर है, इसकी सुरक्षा हम सब पर है।. अगर आने ...

  9. पृथ्वी दिवस पर निबंध

    Earth Day Essay in Hindi : आप लोगो की जानकारी हेतु बता दे की पृथ्वी मात्र 2.5 प्रतिशत ताज़ा जल ही उपलब्ध हैं तथा शेष 97.5 प्रतिशत खारा जल है.जहाँ तक अपने देश की बात हैं ...

  10. Essay on Earth Day in Hindi

    Essay on Earth Day in Hindi - पृथ्वी दिवस पर निबंध : इससे पहले कि हम धरती पर निबंध शुरू करें, हमें अपने ग्रह और उसके इतिहास के बारे में बहुत कुछ पढ़ना चाहिए। पृथ्वी को 4.7 ...

  11. पृथ्वी बचाओ पर निबंध (Save Earth Essay in Hindi)

    पृथ्वी बचाओ पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Save Earth in Hindi, Prithvi Bachao par Nibandh Hindi mein) निबंध 1 (250 शब्द) - पृथ्वी बचाओ अभियान

  12. Earth Day Speech in Hindi : विश्व पृथ्वी दिवस पर आसान भाषण

    Earth Day Speech : पृथ्वी दिवस के दिन स्कूलों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के भाषण और स्पीच. Earth Day Speech in Hindi : आदरणीय अध्यापक गण ...

  13. धरती माँ के त्योहार पृथ्वी दिवस पर हिंदी निबंध

    तो आइये इस World Earth Day पर विश्व पृथ्वी दिवस निबन्ध, World Earth Day Essay, Earth Day Essay Hindi, Vishva Prithvi Diwas, Dhararti Diwas पर हिन्दी में निंबध, Essay, Prithvi Diwas par Nibandh in Hindi शेयर कर रहे है, जिन्हें आप अपने ...

  14. Essay on Earth in Hindi पृथ्वी पर निबंध

    Essay on Earth in Hindi 150 Words. पृथ्वी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। पृथ्वी हमारे सौरमंडल का एकमात्र ग्रह है जहां ...

  15. Earth Day

    Earth Day is an annual event on April 22 to demonstrate support for environmental protection.First held on April 22, 1970, it now includes a wide range of events coordinated globally by EARTHDAY.ORG (formerly Earth Day Network) [1] including 1 billion people in more than 193 countries. [2] [1] [3]In 1969 at a UNESCO Conference in San Francisco, peace activist John McConnell proposed a day to ...

  16. पृथ्वी पर निबंध

    पृथ्वी पर निबंध. 18/09/2021Ripal. Essay on Earth In Hindi: पृथ्वी के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे क्योंकि हम पृथ्वी पर ही रहते हैं। धरती पर केवल इंसान ही ...

  17. 10 Lines on Earth Day in Hindi । पृथ्वी दिवस पर 10 लाइन निबंध

    10 Lines on Earth Day in Hindi. दुनिया में हर वर्ष 22 अप्रैल को अर्थ डे मनाया जाता है।. इसका आरंभ अमेरिकी सीनेटर गिलार्ड नेशन गिलार्ड नेल्सन ने किया ...

  18. पृथ्वी दिवस पर निबंध

    Essay In Hindi कक्षा 1 से 4 के लिए निबंध कक्षा 5 से 9 के लिए निबंध कक्षा 10 से 12 के लिए निबंध प्रतियोगी परीक्षा के लिए निबंध ऋतुओं पर निबंध त्योहारों ...

  19. 10 lines on World Earth Day in Hindi Language

    In this, you will get information about World Earth Day in Hindi for students and kids for classes 2nd 3rd, 4th, 5th, 6th, 7th, 8th, 9th, 10th 11th, 12th. हिंदी में विश्व पृथ्वी दिवस पर 10 लाइनें, Short 10 lines essay on World Earth Day.

  20. Earth

    Earth is the third planet from the Sun and the only astronomical object known to harbor life.This is enabled by Earth being an ocean world, the only one in the Solar System sustaining liquid surface water.Almost all of Earth's water is contained in its global ocean, covering 70.8% of Earth's crust.The remaining 29.2% of Earth's crust is land, most of which is located in the form of continental ...

  21. पृथ्वी दिवस पर नारा

    Unique and Catchy Slogans on Earth Day in Hindi Language. पृथ्वी है हमारी माता, जिस पर हर मनुष्य अपना जीवन बिताता।. 22 अप्रैल को खास बनायेंगे, इस अर्थ डे स्वच्छता का ...

  22. स्वतंत्रता दिवस

    Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words ) 15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजी सरकार ...

  23. Essay On Earth In Hindi Wikipedia

    Betty Chen. Bennie Hawra. #29 in Global Rating. Essay On Earth In Hindi Wikipedia, Tom Brokaw Greatest Generation Essay, Writing Psychology Papers, Using Education Is A Persuasive Essay, Profile Summary For Resume Examples, Dissertation Zotero, Interesting Topics For Political Science Research Papers. Pages/Slides. kimdaihai.